प्रार्थना और चमत्कारों से औरों के दुख-दर्द दूर करने का दावा करने वाले यौन शोषण के आरोपी पास्टर बरजिंदर सिंह पर भारी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर स्वत: संज्ञान लिया और पुलिस पर सख्त रवैया अपनाते हुए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया, वहीं बीएनएस की धाराओं के तहत पास्टर की गिरफ्तारी न होने पर सवाल उठाए हैं। आयोग के पास मामला पहुंचने से पास्टर पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। इससे अब पास्टर पर शिकंजा कसना पूरी तरह से तय है। एसआईटी प्रमुख एसपी-फगवाड़ा ने पास्टर की अभी तक गिरफ्तारी न होने की बात कही है। उन्होंने दावा किया कि एसआईटी फास्ट ट्रैक आधार पर जांच कर रही है।
जालंधर के ताजपुर चर्च के पास्टर बजिंदर सिंह पर महिला से छेड़छाड़ के मामले में नया मोड़ आया है। पीडि़ता ने दावा किया है कि पास्टर बजिंदर सिंह जांच से बचने के लिए देश छोडक़र भाग गया है। कपूरथला की रहने वाली वीडि़ता ने दावा किया कि केस दर्ज होने के बाद पास्टर बजिंदर सिंह एक निजी आयोजन के बहाने नेपाल भाग गया है।
मामले की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी के प्रमुख एसपी रूपिंदर कौर भट्टी का कहना है कि फिलहाल उन्हें पास्टर के नेपाल भागने के बारे में जानकारी नहीं है। मगर इस तथ्य को सत्यापित किया जाएगा। ज्ञात रहे कि थाना सिटी कपूरथला में दर्ज एफआईआर में कपूरथला निवासी महिला ने आरोप लगाए हैं कि प्रोफेट बजिंदर सिंह के जालंधर के गांव ताजपुर स्थित द चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विजडम नाम से मसीही सत्संग में उसके माता-पिता ने अक्तूबर 2017 में इसकी चर्च में जाना शुरू किया था। उस समय में वह 17 साल की थी। जहां पर उसने पीडि़ता का मोबाइल नंबर ले लिया और फोन पर उल्टी सीधी बातें करने लगा और मैसेज भी करने लगा। इसके ऐसे मैसेज से वह डरने लगी। वह इन हरकतों को अपने माता-पिता को बताने से भी डरने लगी थी, लेकिन उसका मोबाइल पर गलत बातें करने का सिलसिला जारी रहा।
पीडि़ता ने आरोप लगाया कि वर्ष 2022 में पास्टर बजिंदर सिंह ने उसे हर रविवार को चर्च में कैबिन में अकेले बिठाना शुरू कर दिया। जब-जब वह कैबिन में अकेली होती थी, तो यह कैबिन में आकर उसे गलत तरीके से छूता था। महिला ने आरोप लगाया कि पादरी ने किसी से शिकायत करने पर उसे और उसके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी भी दी। पास्टर की इन हरकतों से वह डिप्रेशन में चली गई और उसे पैनिक अटैक पडऩे लगा, जिसका काफी लंबा उसने इलाज करवाया।
पीडि़ता के बयान के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच तेज कर दी। वहीं मामले के तूल पकड़ते देख पुलिस ने एसपी-फगवाड़ा रूपिंदर कौर भट्टी की देखरेख में डीएसपी कपूरथला दीपकरण सिंह और थाना सिटी के एसएचओ बिक्रमजीत सिंह पर आधारित तीन सदस्यीय कमेटी गठित की हुई है।
एसआईटी प्रमुख एसपी-रूपिंदर कौर भट्टी ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग का नोटिस मिला है। इस मामले में पुलिस फास्ट ट्रैक आधार पर जांच कर रही है। पीडि़त महिला से तमाम सुबूत के दस्तावेज लिए जा रहे हैं। पास्टर की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। वह जल्द जांच रिपोर्ट तैयार करके उच्चाधिकारियों को सौंपेंगी।
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