बिहार

‘अप्रतिम कार्य थे अहिल्याबाई के’

गया के पत्थरकट्टी गांव में महारानी अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी पर एक कार्यक्रम आयोजित

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संजीव कुमार

गत दिनों गया के पत्थरकट्टी गांव में महारानी अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी पर एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसे संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख श्री रमेश पप्पा ने कहा कि महारानी ने जिन विषम परिस्थितियों में धर्मार्थ और सेवार्थ कार्य किया वह विश्व के इतिहास में एक अप्रतिम उदाहरण है।

सभी स्थानों पर महारानी का 300वां जन्म समारोह मनाया जा रहा है, लेकिन इस स्थान की कुछ विशेषताएं हैं। महारानी ने गया के विष्णुपद मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए राजस्थान के 300 गौड़ ब्राह्मण कलाकारों को यहां लाकर बसाया था। गांव में उपलब्ध काले ग्रेनाइट पत्थर को तराश कर विष्णुपद मंदिर का निर्माण किया गया था। मंदिर निर्माण के बाद अधिकांश लोग चले गए।

वर्तमान में तीन परिवार ही गांव में रह गए हैं। उन लोगों ने यहां के स्थानीय लोगों को इस विधा में प्रशिक्षित किया और यह कला का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरा। 29 जनवरी को पत्थरकट्टी की मूर्तियों को जीआई टैग मिला।

कार्यक्रम में इन्हें बनाने वाले कलाकारों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह डॉ. मोहन सिंह, क्षेत्र के संपर्क प्रमुख श्री अनिल कुमार, प्रांत प्रचारक श्री उमेश समेत कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे।

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