मुंबई (हि.स.) । विधानमंडल के दोनों सदनों में मंगलवार को हंगामा और दिन भर के लिए कामकाज स्थगित होने के बाद समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने अपने औरंगजेब समर्थक बयान पर माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश करके आज विधानमंडल के दोनों सदनों का वक्त बर्बाद किया गया, जो राज्यहित में नहीं है। आजमी ने यह भी कहा कि औरंगजेब के बारे में मैंने वही कहा, जो इतिहासकरों और लेखकों ने कहा है।
दरअसल, अबू आजमी ने सोमवार को औरंगजेब को महान शासक बताया था। इसके बाद शिवसेना शिंदे समूह के नेता और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनके बयान विरोध करके आजमी पर देशद्रोह का मामला दर्ज किए जाने और विधायक पद से बर्खास्त किए जाने की मांग की थी। शिंदे समूह के सांसद नरेश ह्मस्के ने ठाणे जिले में आजमी के विरुद्ध मामला भी दर्ज करवाया था। आज विधानमंडल के दोनों सदनों में आजमी पर कार्रवाई की मांग को लेकर सत्तापक्ष के विधायक आक्रामक थे, जिससे दोनों सदनों का कामकाज दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।
इसके बाद अबू आसिम आजमी ने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर लिखा कि, ‘मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है। औरंगजेब रहमतुल्लाह अलेह के बारे में मैंने वही कहा है, जो इतिहासकारों और लेखकों ने कहा है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या अन्य किसी भी महापुरुषों के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन फिर भी मेरी इस बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपने शब्द, अपना स्टेटमेंट वापस लेता हूं। इस बात को राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है और इसकी वजह से महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र को बंद करना मैं समझता हूं कि यह महाराष्ट्र की जनता का नुकसान करना है।’
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