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महाकुंभ के बाद सोमनाथ पहुंचे पीएम मोदी, देशवासियों के समृद्धि और स्वास्थ्य के लिए की प्रार्थना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज महाकुंभ के बाद सोमनाथ ज्योतिर्लिंग में पूजन-अर्चन किया। उन्होंने इस भव्य आयोजन की सफलता को भगवान सोमनाथ को समर्पित किया और देशवासियों के समृद्धि एवं स्वास्थ्य की प्रार्थना की।

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SHIVAM DIXIT

नई दिल्ली ।  प्रयागराज में संपन्न एकता के महाकुंभ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रथम श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी ने इसे अपने संकल्प की पूर्ति बताते हुए कहा कि उन्होंने इस महायज्ञ को भगवान सोमनाथ के चरणों में समर्पित कर दिया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैंने अंतर्मन में संकल्प लिया था कि प्रयागराज में एकता के महाकुंभ के संपन्न होने के बाद मैं द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से प्रथम श्री सोमनाथ का पूजन-अर्चन करूंगा। आज सोमनाथ दादा की कृपा से वह संकल्प पूरा हुआ है। मैंने सभी देशवासियों की ओर से इस ऐतिहासिक आयोजन की सिद्धि को भगवान के चरणों में समर्पित किया है। इस दौरान मैंने हर देशवासी के उत्तम स्वास्थ्य एवं समृद्धि की प्रार्थना भी की।”

एकता के महाकुंभ की सफलता को समर्पित किया

महाकुंभ को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं था, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बना। करोड़ों श्रद्धालुओं, संतों और आम नागरिकों के सहयोग से यह महाकुंभ दिव्य और भव्य रूप से संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि इसकी सफलता केवल प्रयागराज तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे देश की शक्ति और आस्था को दर्शाती है।

सोमनाथ मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना

सोमनाथ मंदिर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधिवत पूजा-अर्चना की और भगवान सोमनाथ की विशेष आरती में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने मंदिर प्रांगण में ध्यान लगाया और भारत की समृद्धि, शांति और एकता के लिए प्रार्थना की। पीएम मोदी के इस आध्यात्मिक और सांस्कृतिक यात्रा को उनके भारतीय मूल्यों और सनातन परंपराओं के प्रति अटूट आस्था से जोड़ा जा रहा है।

सोमनाथ मंदिर से जुड़ा पीएम मोदी का विशेष नाता

प्रधानमंत्री मोदी का सोमनाथ मंदिर से विशेष जुड़ाव रहा है। वे श्री सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं और मंदिर के आधुनिकीकरण और पुनरुद्धार के लिए कई योजनाओं को पूरा करवा चुके हैं। इससे पहले भी वे कई बार सोमनाथ मंदिर में दर्शन कर चुके हैं और यहां की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहर को विश्वभर में प्रचारित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।

आध्यात्मिक यात्रा का संदेश

पीएम मोदी की इस आध्यात्मिक यात्रा को भारतीय संस्कृति, परंपरा और एकता के संदेश के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर भारत की आध्यात्मिक धरोहर को आगे बढ़ाने और सनातन संस्कृति की अखंडता को बनाए रखने का संकल्प भी दोहराया।

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है।

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