राष्ट्रपति ट्रम्प और राष्ट्रपति जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कीव में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि अमेरिका के साथ यह आर्थिक सौदा एक पूर्ण समझौते की दिशा में पहला कदम है, जो यूक्रेन की संसद के समर्थन के अधीन होगा। जेलेंस्की की वाशिंगटन की आगामी यात्रा बड़े पैमाने पर चली राजनीतिक उठापटक के बाद हो रही है, जिसमें दोनों नेताओं ने तीखी बयानबाजी की, ट्रम्प ने तो ज़ेलेंस्की को “तानाशाह” तक कहा था।
अमेरिका में फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने अपनी हाल की यात्रा में राष्ट्रपति ट्रंप से कहा था कि युद्ध को रोकने को लेकर तैयार किये जा रहे प्रस्ताव में यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने वाला बिन्दु भी जोड़ा जाए। ठीक यही विचार ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भी सामने रखा था। लेकिन शुक्रवार यानी कल खनिज संधि पर चर्चा करने वाशिंगटन पहुंच रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के लिए ट्रंप ने गारंटी देने जैसी कोई बात बाकी नहीं छोड़ी है, आज उन्होंने दो टूक कहा है कि अमेरिका यूक्रेन की सुरक्षा कोई गारंटी नहीं देगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने पुष्टि की कि यूक्रेन के नेता वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की कल अमेरिका-यूक्रेन महत्वपूर्ण खनिज सौदे पर हस्ताक्षर करने के लिए वाशिंगटन डीसी का दौरा करेंगे। राष्ट्रपति ट्रम्प ने आगे कहा कि अमेरिका यूक्रेन को महत्वपूर्ण सुरक्षा गारंटी नहीं देगा। हलांकि उन्होंने जिन शब्दों में यह कहा उससे खास कुछ स्पष्ट नहीं हो रहा है। उनके शब्द हैं—”मैं बहुत अधिक सुरक्षा गारंटी नहीं देने जा रहा हूं।”
इससे पूर्व राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा था कि यूक्रेन और अमेरिका के बीच एक ‘शुरुआती’ आर्थिक समझौता तैयार है, लेकिन इस सौदे में अभी तक कोई भी अमेरिकी सुरक्षा गारंटी शामिल नहीं है, जिसे कीव रूस के साथ युद्ध को समाप्त करने के लिए महत्वपूर्ण मानता है। कीव में एक प्रेस वार्ता में ज़ेलेंस्की ने कहा कि एक पूर्ण समझौता होना इस सप्ताह के अंत में वाशिंगटन में ट्रम्प के साथ बातचीत के परिणाम पर निर्भर कर सकता है। उन्होंने कहा, “यह सौदा एक बड़ी सफलता हो सकती है या यह गुपचुप पारित हो सकता है। लेकिन यह बड़ी सफलता राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ हमारी बातचीत पर निर्भर करती है।”
मीडिया में इस संबंध में आए समाचारों के अनुसार, यह समझौता फरवरी 2022 से चल रहे यूक्रेन—रूस युद्ध में रूस के आक्रमण को रोकने में अमेरिकी सहायता के लिए यूक्रेन के महत्वपूर्ण खनिजों तक अमेरिका की पहुंच बना देगा। उल्लेखनीय है कि ट्रंप की पहल पर, व्हाइट हाउस ने कीव पर जबरदस्त दबाव डाला है कि वह अमेरिका को अपने खनिजों के विशाल भंडार तक पहुंच की सुविधा दे। अमेरिका में इन खनिजों का उपयोग एयरोस्पेस, रक्षा और परमाणु उद्योगों में किया जाता है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कीव में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि अमेरिका के साथ यह आर्थिक सौदा एक पूर्ण समझौते की दिशा में पहला कदम है, जो यूक्रेन की संसद के समर्थन के अधीन होगा। जेलेंस्की की वाशिंगटन की आगामी यात्रा बड़े पैमाने पर चली राजनीतिक उठापटक के बाद हो रही है, जिसमें दोनों नेताओं ने तीखी बयानबाजी की, ट्रम्प ने तो ज़ेलेंस्की को “तानाशाह” तक कहा था। ट्रंप ने यूक्रेन के नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल होने की संभावना को भी सिरे से नकार दिया।
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