पथराव करता उपद्रवी
झारखंड के हजारीबाग जिले के इचाक इलाके में महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के मौके पर दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई। बताया जा रहा है कि झंडा और लाउडस्पीकर लगाने लगाने गए हिंदुओं पर उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। पथराव में थाना प्रभारी और जवान बाल-बाल बच गए। यही नहीं उपद्रवियों ने एक कार और दो बाइक को भी आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए पूरे इलाके में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया है। मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार सुबह महाशिवरात्रि का झंडा और लाउडस्पीकर लगाने को लेकर दो पक्ष के लोग आपस में उलझ गए। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी संतोष कुमार ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन उत्क्रमित मध्य विद्यालय डूमैरान जहां मदरसा भी है, वहां से कुछ उपद्रवियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी गई। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने भी जवाब दिया, जिसके बाद विवाद और बढ़ गया।
हजारीबाग की उपायुक्त नैंसी सहाय ने इस संबंध में कहा कि इचाक में साउंड सिस्टम लगाने को लेकर मारपीट हुई, जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। फिलहाल पर्याप्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। अभी स्थिति नियंत्रण में और शांतिपूर्ण है।
पथराव और आगजनी से यूजर्स आक्रोशित
वहीं, एक बार फिर हिंदुओं के त्यौहार पर पथराव और आगजनी की घटना से सोशल मीडिया पर यूजर्स काफी आक्रोशित हैं। जितेंद्र प्रताप सिंह ने घटना का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “कांग्रेस को और वोट दो। महाशिवरात्रि पर झारखंड में दो पक्षों के बीच पत्थरबाजी हुई। मस्जिद से पत्थर फेंके गए। वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। ये जब तक भारत में रहेंगे, हिन्दू स्वतंत्र रूप से अपना त्यौहार नहीं मना सकता है, क्योंकि मुस्लिमों की संख्या बढ़ चुकी है, जिसे रोक पाना नामुमकिन है।”
एसके गुप्ता नाम के यूजर एक्स पर लिखते हैं कि जब तक वोटबैंक की राजनीति हावी रहेगी, तब तक हिंदू त्यौहारों पर पत्थर और तुष्टिकरण की राजनीति दोनों चलते रहेंगे। कांग्रेस को और वोट दो, फिर शिवरात्रि भी सांप्रदायिक और मोहर्रम धार्मिक सौहार्द कहलाएगा। एक अन्य यूजर ने लिखा कि जब तक भारत में रहेंगे, हिन्दू स्वतंत्र रूप से अपना त्यौहार नहीं मना सकता है, क्योंकि इनकी संख्या बढ़ चुकी है।
हिंदुओं के हर त्यौहार पर पत्थरबाजी और आगजनी की घटना
बता दें कि हिंदुओं के हर त्यौहार पर पत्थरबाजी और आगजनी की घटना आम बात हो गई है। पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश के बहराइच में मस्जिद के सामने से निकल रही मां दुर्गा की विसर्जन यात्रा पर कट्टरपंथियों ने अकारण पथराव किया। छठ पूजा में कट्टरपंथियों ने विघ्न पैदा किया। पंडाल में तोड़फोड़ की। महाराष्ट्र में गणेशोत्सव पर जिहादियों द्वारा पथराव किया गया। पश्चिम बंगाल में नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के पूजा पंडाल में घुसकर हिंदुओं को धमकाया गया। उन्हें पूजा करने से रोका। वर्ष 2022 में दिल्ली में हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान हिंसा हुई। वर्ष 2024 में बंगाल में रामनवमी शोभायात्रा पर बम फेंकने की घटना सामने आई।
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