प्रकाश वरमोरा जी
गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित पाञ्चजन्य के साबरमती संवाद-3 कार्यक्रम में, जो कि “प्रगति की गाथा” पर आधारित था, वरमोरा समूह, प्रकाश वरमोरा जी ने ‘उदयमिता की उड़ान’ विषय पर गहन संवाद किया। इस महत्वपूर्ण सत्र में पत्रकार अनुराग पुनेठा के साथ बातचीत का आयोजन हुआ। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश…
प्रश्न- देश के प्रधानमंत्री खुद उद्यमिता को बढ़ावा देने की बात करते हैं। हर कोई नौकरी नहीं कर सकता, लेकिन इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए और क्या किया जाना चाहिए। गुजरात वैसे भी अपनी उद्यमिता, अपने सेंस ऑफ बिजनेस के लिए मशहूर है, आप इसे कैसे देखते हैं और क्या संदेश देना चाहिए?
उत्तर- किसी भी राज्य या जिले के विकास में उद्यमियों की बहुत बड़ी भूमिका होती है। मोदी साहब ने चीफ मिनिस्टर बनने के बाद उन्होंने गुजरात को एक ब्रांड बनाए उसे वाइब्रेंट गुजरात बना दिया। उन्होंने उदयमी को ताकत दी । उन्होंने उदयमी को बल दिया और 2014 में देश के प्रधानमंत्री बने। देश में दो नारे बहुत चल रहे थे- जय जवान, जय किसान। जवान अपने खून-पसीने और बलिदान से देश की रक्षा करता था और वो किसान है, वो अपनी मेहनत और पसीने से देश के अनाज भंडार को बढ़ाता था। हमारा देश 1947 में आजाद हुआ। जापान हमारे साथ था, 19947 में जापान कमजोर हो गया था, लेकिन जापानी बिजनेस कम्युनिटी ने कहा कि हम देश बनाएंगे, तो उन्होंने सोनी, पैरासोनिक, टोयोटा जैसे कई ब्रांड बनाए और वे पूरे देश में फैल गए।उसके बाद गुजरात से भी छोटे साउथ कोरिया ने भी तय किया कि हम देश बनाएंगे, तो छोटा देश होने के बावजूद भी उसने एलजी, सैमसंग, हुंडई जैसे ब्रांड दिए। हर किसी का अपना समय होता है, भारत का अपना समय है और गुजरात का अपना समय है, मोदी साहब ने गुजरात को एक ब्रांड बना दिया। उद्यमी ब्रांड का अधिक लाभ उठा सकता है। अब देखिए, पिछले 4-5 साल में, पिछले 10 साल में चीन को भी ये बात दिमाग में आ गई है कि अगर हम खाली मैन्यूफैक्चरिंग करेंगे तो हम विश्व लीडर नहीं बन पाएंगे। उन्होंने वीवो, ओप्पो ,वन प्लस जैसी बहुत ब्रांडे बनाई।
मोदी साहब का सपना है कि गुजरात से उद्यमी कैसे आगे आएं और गुजरात पूरे देश और दुनिया में कैसे आगे बढ़े। तो हमारे पास 321 बिलियन है, हमें इसे 2047 तक 3.5 ट्रिलियन बनाना है और अभी हमारी प्रति व्यक्ति आय 2800 डॉलर है, हमें इसे 38,000 करना है। इसके लिए हमें बाहर से उद्यमी और निवेशक लाने होंगे, इससे काम नहीं चलेगा। अगर हमें बहुत आगे जाना है, तो हमें अपना खुद का ब्रांड बनाने के लिए खुद उद्यमी बनाने होंगे। गुजरात एक सेमीकंडक्टर देश है और आगे बढ़ेगा।
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