प्रतीकात्मक तस्वीर
मोबाइल फोन निर्माता कंपनी Apple ने ऐसा काम कर दिया है, जिसके चलते वो चर्चा में है। कंपनी ने दो दिन के अंदर ही अपने ऐप स्टोर से 135,000 से अधिक ऐप्स को डिलीट कर दिया है। ये कंपनी के द्वारा की गई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। लेकिन, सवाल एक ये खड़ा हो गया है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि कंपनी ने इतनी बड़ी छंटनी कर दी।
सबसे पहले तो ये जान लीजिए कि Apple ने ये कार्रवाई यूरोपीय यूनियन के देशों में की है। यानि की दुनिया के बाकी देशों में Apple के ऐप स्टोर में रजिस्टर्ड ऐप फिलहाल जस के तस चलते रहेंगे। माना जा रहा है कि ये अब तक की ऐप हटाने की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
Appfigures के मुताबिक, Apple ने ये कार्रवाई पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए की है। इन ऐप्स को हटाने के पीछे का असली कारण ये माना जा रहा है कि उक्त ऐप्स यूजर्स के साथ धोखाधड़ी करते हुए उन्हें अपना पता, फोन नंबर और ईमेल की जानकारी साझा नहीं कर रहे थे। इसीलिए ये एक्शन लिया गया।
यूरोपीय यूनियन के क्षेत्र में नया आईटी नियम लागू किया गया है। इसके तहत अब से ऐप डेवलपर्स को अपना ‘ट्रेड स्टेटस’ आवश्यक होगा। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो Apple उसे अपने स्टोर से प्रतिबंधित करेगा। ईयू के नए नियम के अनुच्छेद 30 और 31 के तहत ऐप डेवलपर्स को अपने संपर्क की जानकारी का खुलासा करना आवश्यक है। बहरहाल, कंपनी ने इन सभी को 17 फरवरी तक का वक्त दिया था। लेकिन वो वक्त अब बीत चुका है।
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