अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतवंशी अमेरिकी काश पटेल को देश का नया एफबीआई डायरेक्टर नियुक्त किया है। इस मौके पर कश्यप प्रमोद पटेल उर्फ काश पटेल ने पवित्र गीता पर हाथ रखकर पद और गोपनीयता की शपथ ली। व्हाइट हाउस के एक्जीक्युटिव ऑफिस बिल्डिंग के भारतीय संधि कक्ष में पटेल ने एजेंसी के 9वें चीफ के तौर पर शपथ ली।
डोनाल्ड ट्रंप बोले-मजबूत और कठोर व्यक्ति हैं काश
इस बीच काश पटेल को एफबीआई का डायरेक्टर बनाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पटेल की तारीफ करते हुए कहा कि मैं काश पटेल को पसंद करता हूं। उन्हें इस पद पर नियुक्त करने का एक ही मतलब था कि एफबीआई में लोग उन्हें पसंद करते हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि काश पटेल इस पद पर पूरी तरह से खुद को साबित करेंगे। वहीं ट्रे गोवडी ने काश पटेल को असाधारण करार दिया है।
काश पटेल का बयान
इससे पहले इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद पटेल ने कहा था कि अमेरिका का नुकसान करने वालों का धरती के हर कोने तक हम पीछा करेंगे। साथ ही एफबीआई को एक ऐसी एजेंसी में बदलने की कोशिश करेंगे। ताकि जबावदेही, न्याय और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।
क्या है काश पटेल का बैकग्राउंड
अगर आप काश पटेल के बारे में जानने की कोशिश करेंगे तो पाएंगे कि काश पटेल का भारत से अभिन्न संबंध है। पटेल मुख्य रूप से भारतीय मूल के पिता के बेटे हैं। उनके पिता गुजराती थे, जो कि पहले युगांडा में रहते थे। 1970 के दशक में युगांडा के तानाशाह ईदी अमीन ने सभी को देश छोड़ने का फरमान सुना दिया था, जिसके बाद अपनी जान बचाकर वो कनाडा चले गए और वहां से अमेरिका पहुंचे। किस्मत अच्छी थी और 1988 में पिता को अमेरिकी नागरिकता हासिल हो गई। नागरिकता मिलने के बाद एक एयरलाइन कंपनी में नौकरी भी मिल गई।
काश पटेल का जन्म भी अमेरिका में ही हुआ। वहीं उनकी शिक्षा भी पूरी हुई। उन्होंने रिपब्लिकन ज्वाइन किया। वो एफबीआई का डायरेक्टर बनने से पहले काउंटरटेररिज्म अभियोजक और रक्षा सचिव के चीफ एक्जीक्युटिव रह चुके हैं।
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