केरल के पलक्कड में उर्स के दौरान हमास के नेताओं के पोस्टर देखने को मिले। इससे वहाँ का राजनीतिक पारा चढ़ गया है। इस उर्स का आयोजन सालाना किया जाता है। मगर इस उर्स के साथ उस समय विवाद जुड़ गया जब उसमें आतंकी संगठन हमास के चीफ याहया सिनवार और इस्माइल हानिया की तस्वीरें भी देखी गईं।
पलक्कड के इस उर्स में कुछ मुस्लिम युवा इन बैनरों को हाथी पर रखकर मार्च कर रहे थे। इस उर्स में हजारों की भीड़ शामिल थी। त्रिथला नामक इस उर्स में स्थानीय लोग खुलकर हिस्सा लेते हैं। इसमें छोटे बच्चों को भी हाथों में इन दोनों के पोस्टर देखे गए। जैसे ही ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, वैसे ही यह पूरा उर्स विवादों के घेरे में आ गया।
हालांकि आयोजकों का यह दावा है कि ये तस्वीरें किसी ऐसे समूह का काम है, जिसने इस उर्स में भाग लिया था। उर्स रविवार को समाप्त हुआ था और इसमें भाग लेने के लिए तमाम समूह आए थे। इसलिए उन्हें इस बात का इल्म नहीं है कि यह किसने किया।
केरल में कट्टरपंथी तत्वों का हावी होना कोई नई घटना नहीं है। वामपंथी शासन में तो ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं, जिनसे यह पता चलता है कि केरल में कट्टरपंथी तत्व कितने हावी हैं।
वहीं इस घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने केरल सरकार पर निशाना साधा है। केरल के भाजपा अध्यक्ष के सुरेन्द्रन ने आरोप लगाया कि केरल में राष्ट्रविरोधी संगठन एवं कट्टरपंथी तत्व काम कर रहे हैं। एएनआई के अनुसार उन्होंने कहा कि ये तमाम गतिविधियां वोट बैंक की राजनीति के चलते कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के सहयोग से हो रही हैं। केवल भाजपा ही ऐसी पार्टी है जो केरल में राष्ट्रविरोधी और आतंकी गतिविधियों का सामना कर सकती है।
सुरेन्द्रन ने एक्स पर एक पोस्ट भी इस घटना को लेकर लिखी। वह वीडियो भी साझा किया, जिसमें कुछ लोग हाथियों पर बैठकर हमास के नेताओं के पोस्टर्स दिखा रहे हैं।
One year ago, when @BJP4Keralam warned against a rally in Kerala where a Hamas leader virtually participated, the LDF govt took no action. Now, in Palakkad, at a Urus festival, terrorists who killed thousands were glorified—pictures of Ismail Haniyeh & Yahya Sinwar were paraded… pic.twitter.com/eBRfTJvMX9
— K Surendran (@surendranbjp) February 17, 2025
उन्होंने लिखा कि पिछले साल केरल भाजपा ने एक रैली में चेतावनी दी थी, जहां पर एक हमास नेता ने वर्चुअल रूप से भाग लिया था और एलडीएफ सरकार ने कोई भी कदम नहीं उठाया था। अब पलक्कड में एक उर्स में हजारों को मारने वाले आतंकियों की कई तस्वीरों का महिमामंडन किया जा रहा है। यह सब ऐसे उर्स में हो रहा है जहां पर एक कम्युनिस्ट मंत्री और एक पूर्व कांग्रेसी विधायक मौजूद हैं। उन्होंने पूछा कि यहां क्या संदेश दिया जा रहा है? क्यों मुख्यमंत्री चुप हैं? अगर उनमें जरा सी भी शर्म बची है तो कदम उठाएं नहीं तो इस्तीफा दें!”
यह बात किसी से छिपी नहीं है कि कैसे हमास के इन नेताओं ने इजरायल में 7 अक्टूबर 2023 को हुए हत्याकांड की योजना बनाई थी और जब हमास के आतंकी निहत्थे इज़रायली नागरिकों को मार रहे थे, तो इस ऑपरेशन की सफलता की खुशी भी हमास के नेताओं ने मनाई थी।
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