कॉर्बेट पार्क के आसपास कई हफ्तों से ग्रामीणों में आतंक पैदा कर रहे नरभक्षी बाघ को वन विभाग की टीम ने बेहोशी का इंजेक्शन दाग कर अपने काबू में कर लिया है।
बिजरानी रेंज में सक्रिय हमलावर बाघ को वन विभाग के डॉक्टरों के साथ बनी टीम ने ट्रेंकुलाइज कर सफलता प्राप्त की है, जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। पिछले तीन दिनों से ग्रामीण बाघ को पकड़ने की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे थे।
बाघ को ट्रेंकुलाइज किए जाने के बाद अब ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। हाल ही में बाघ ने रामनगर के बिजरानी रेंज के कानियां बीट में पेट्रोलिंग गश्त पर निकले दैनिक श्रमिक गणेश पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
गणेश को बचाने के लिए वहां मौजूद कर्मचारियों ने हवाई फायरिंग की, जिसके बाद बाघ जंगल की ओर भाग गया। घायल श्रमिक गणेश का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
इससे पहले, 9 जनवरी को जंगल में लकड़ी काटने गए कॉर्बेट के संविदा कर्मचारी प्रेम सिंह को बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई थी।
कॉर्बेट प्रशासन ने बताया कि बाघ को चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया है कुछ दिन इस पर नजर रखी जाएगी फिर इसे कहां रखा जाए अथवा किस जंगल में छोड़ा जाए इस पर निर्णय लिया जाएगा।
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