तीर्थराज प्रयाग में 144 वर्षों के बाद हो रहे दिव्य महाकुंभ में लोगों के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। आज महाकुंभ का 35वां दिन है और अब तक 51.47 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा स्नान कर चुके हैं। फिर भी आस्था का ये सैलाब लगातार उमड़ रहा है। श्रद्धालुओं की आवक को देखते हुए प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है।
त्रिजटा स्नान पर 1.36 करोड़ ने लगाई डुबकी
शनिवार को त्रिजटा स्नान था, जिसके चलते सुबह से ही श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। मेला प्रशासन के मुताबिक, रात के 8 बजे तक 1.36 करोड़ लोगों ने स्नान कर लिया था। फिर भी यह संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसी मान्यता है कि त्रिजटा स्नान के अवसर पर संगम में डुबकी लगाने से मनुष्य को पूरे कल्पवास का फल मिलता है। इस दौरान श्रद्धालुओं के हर-हर महादेव और जय गंगा मईया के उद्घोष से पूरा मेला क्षेत्र गुंजायमान होता रहा।
कैदियों के बनाए ताले और बिस्कुट की खासी डिमांड
इस महाकुंभ में जेल में बंद कैदियों के हुनर को भी खूब सराहा जा रहा है। कारागार प्रशासन और सुधार सेवाएं विभाग की ओर से मेले में प्रदर्शनी लगाई गई है। इसमें अलीगढ़ जेल में बंद कैदियों के द्वारा बनाए गए तालों की खासी डिमांड है। अब तक 500 से अधिक ताले बिक चुके हैं। इन तालों की कीमत मात्र 80 और 140 रुपए रखी गई है, जिससे अलीगढ़ के मशहूर तालों की डिमांड भी खासी है। हालात ये हो गए हैं कि ग्राहकों को वापस लौटाना पड़ रहा है। इसके साथ ही अलीगढ़ जेल के कैदियों ने लड़की का शंख भी बनाया है, जिसकी खासी मांग है। अब तक 5.5 लाख रुपए की बिक्री हो चुकी है।
वहीं मेले में वाराणसी जेल में बंद कैदियों के द्वारा बनाए गए बिस्कुट और नान खटाई भी काफी पसंद किए जा रहे हैं। अब तक एक-एक हजार पैकेट बिक चुके हैं। प्रशासन को दूसरी और तीसरी खेप भी मंगानी पड़ी है।
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