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इस्लाम विरोधी रैली में हमला कर पुलिसकर्मी की चाकू से गोदकर हत्या, अफगानी शख्स के खिलाफ जर्मनी में चलेगा मुकदमा

31 मई 2024 को कट्टरपंथी के हमले के दौरान का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें देखा गया था कि आरोपी 29 वर्षीय पुलिसकर्मी के सिर पर बार-बार चाकू से हमला कर रहा था।

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Kuldeep singh

अप्रवासी समस्या और इस्लामिक कट्टरपंथ से यूरोप के कई देश पीड़ित और शोषित हैं। पहले तो इन्हीं देशों ने मुस्लिम शरणार्थियों को शरण दी थी, लेकिन इसके बाद मुस्लिम कट्टरपंथियों ने वहां दंगा मचाना शुरू कर दिया। इसी कट्टरपंथ से पीड़ित देशों में से एक है जर्मनी, जहां पिछले साल एंटी इस्लाम रैली के दौरान पुलिस की चाकू से गोदकर हत्या करने के मामले में अफगानिस्तान के एक नागरिक के खिलाफ गुरुवार से कोर्ट ट्रायल शुरू हुआ है।

क्या है पूरा मामला

मामला कुछ यूं है कि जर्मनी में अप्रवासी मुस्लिमों के कारण इस्लामी कट्टरपंथ तेजी बढ़ता देख पिछले वर्ष मई के महीने में जर्मनी के मैनहैम शहर में कट्टरपंथी इस्लाम के खिलाफ अभियान समूह पैक्स यूरोपा रैली को निशाना बनाकर चाकू से हमला किया गया था। ये हमला अफगानिस्तान के अप्रवासी मुस्लिम कट्टरपंथी सुलेमान ए ने कर दिया। इस दौरान उसने कुल पांच लोगों को बुरी तरह से घायल कर दिया। इस बीच बचाव करने पहुंचे एक पुलिसकर्मी पर इस्लामिक कट्टरपंथी ने जानलेवा हमला कर दिया।

इसमें पहले तो पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल हो गया। बाद में उसकी मौत हो गई थी। वहीं उसे सुरक्षाबलों ने गोली मार दी। हमलावर सुलेमान 25 वर्ष का था। पुलिस ने दावा किया था कि हमलावर ISIS से प्रभावित था। जर्मन मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सुलेमान जब 14 साल का था, तो अपने भाई के साथ वो जर्मनी आया था। पहले तो उसे शरण नहीं दी गई, लेकिन बाद में उसकी अल्प आयु देखकर उसे स्थायी निवास की अनुमति दे दी गई थी।

31 मई 2024 को कट्टरपंथी के हमले के दौरान का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें देखा गया था कि आरोपी 29 वर्षीय पुलिसकर्मी के सिर पर बार-बार चाकू से हमला कर रहा था। गौरतलब है कि बढ़ती आतंकी घटनाओं के बाद अब मुस्लिम शरणार्थियों को लेकर यूरोप के कई देशों में अब खुले मंचों पर बहस तेज हो गई है।

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