पंजाब के हरजिंदर सिंह उस नायक का नाम है जिसने कारगिल युद्ध लड़ते हुए देश के दुश्मनों से लोहा लिया और सेवानिवृति के बाद ऐसा कारनामा कर दिखाया जिसे सुन-पढ़ कर सभी लोग उन्हें दिल से सैल्यूट कर रहे हैं। लुधियाना के माछीवाड़ा साहिब में देर रात मजदूरों से भरी एक स्कॉर्पियो सरहिंद नहर में गिर गई। कार में सवार सभी लोग पानी में डूब रहे थे तभी कारगिल युद्ध के हीरो पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह इनके लिए देवदूत बनकर वहां पहुंच गए और पांच लोगों को बचा लिया। हालांकि पानी में डूबने से कुलविंदर सिंह निवासी गांव अलीके जिला बठिंडा की मौत हो गई, जबकि चालक गुरलाल सिंह समेत पुष्पिंदर सिंह, बलकार सिंह, बलकार सिंह, जसविंदर सिंह घायल हुए हैं। जानकारी के अनुसार सभी लोग बठिंडा के गांव अलीके के रहने वाले हैं। उक्त सभी गैस पाइप बिछाने का काम करते हैं।
सभी स्कॉर्पियो में सवार होकर बठिंडा से रोपड़ जा रहे थे। माछीवाड़ा साहिब के पास सरहिंद नहर के पवात पुल पास उनकी स्कॉर्पियो का संतुलन बिगड़ गया और वह नहर में गिर गई। जैसे ही स्कॉर्पियो गाड़ी नहर में गिरी, उसमें सवार सभी लोग खिडक़ी तोडक़र मुश्किल से बाहर निकलने की कोशिश करने लगे और मदद के लिए चिल्लाने लगे। बचाव के लिए उनकी चीखें सुनकर वहां से गुजर रहे बहिलोलपुर गांव के पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह रुक गए और नहर में गिरे इन मजदूरों को बचाने में जुट गए। घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी इंस्पेक्टर हरविंदर सिंह और चौकी इंचार्ज सुखविंदर सिंह पुलिस पार्टी सहित मौके पर पहुंचे और नहर में गिरे मजदूरों को बाहर निकाला। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से एक व्यक्ति कुलविंदर सिंह की पानी में डूबने से मौत हो गई थी।
नहर में गिरी स्कॉर्पियो में डूब रहे लोगों को बचाने के लिए कारगिल युद्ध लड़ चुके पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह निवासी बहिलोलपुर देवदूत बनकर आया। हरजिंदर सिंह ने बताया कि वह अपने दो बेटों और परिवार के साथ एक शादी समारोह से लौट रहे थे। तभी दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो उनकी गाड़ी के आगे जा रही थी। उन्होंने देखा कि स्कॉर्पियो अचानक सडक़ से गायब हो गई और उन्हें संदेह हुआ कि वाहन नहर में गिर गया है। जब उन्होंने अपनी गाड़ी रोकी तो देखा कि स्कॉर्पियो सडक़ से नीचे नहर में गिर गई थी। नहर में गाड़ी में फंसे लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह ने बताया कि वह और उनके दोनों बेटे नहर में उतरे, जहां उन्होंने स्कॉर्पियो की खिडक़ी तोडक़र लोगों को बाहर निकालना शुरू किया। हरजिंदर सिंह के अनुसार उन्होंने मुश्किल से 5 लोगों को किनारे पर पहुंचाया, लेकिन एक व्यक्ति कुलविंदर सिंह की डूबने से पहले ही मौत हो चुकी थी। पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह की बहादुरी, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना नहर में डूब रहे 5 लोगों को बचाया। घटना की सूचना मिलते ही माछीवाड़ा पुलिस भी मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
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