ईरानी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करती महिला (फोटो साभार: ईरान इंटरनेशनल)
ईरान में इस्लाम की वकालत करते हुए महिलाओं की जिंदगी को नर्क जैसा बनाने वाले अली खामनेई के खिलाफ सामान्य ईरानियों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। खासकर ईरानी महिलाएं, जो दबाए, कुचले जाने के बाद भी लगातार देश के अनिवार्य हिजाब नियमों का कड़ा विरोध कर रही हैं। ताजा मामला भी हिजाब से जुड़ा है, जहां पुलिस ने एक ईरानी युवती को महज इसलिए गिरफ्तार कर लिया, क्योंकि उसने हिजाब नहीं पहना था।
ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, ये घटना दक्षिण-पश्चिमी ईरान के शहर यासुज की है। शहर के सेंट्रल क्लॉक टॉवर स्क्वायर पर एक 20 वर्षीय युवती पहुंचती है। वह भीड़ में ही अपने हिजाब को उतार कर फेंक देती है। उसके बाद युवती ने ईरान के सर्वोच्च नेता और धर्मगुरू अली खामनेई के खिलाफ ‘तानाशाह की मौत’ का नारा लगाना शुरू कर दिया। इस बीच ईरानी मॉरल पुलिस वहां पहुंची। सुरक्षा बलों ने पहले तो युवती को बुरी तरह पीटा और फिर उसे एक कंबल में लपेटकर एक कार में जबरदस्ती भर दिया और वहां से लेकर चले गए।
ईरान में इस्लामी कट्टरपंथ के खिलाफ आम लोगों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। लोगों के अंदर एक नई क्रांति की सुगबुगाहट को भांपा जा सकता है। 85 वर्षीय अली खामनेई के खिलाफ ‘तानाशाह की मौत’ असंतुष्टों के बीच अब आम हो गया है।
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इस आग में घी पड़ा था 2022 में, जब हिजाब का विरोध कर रही महसा अमिनी को ईरानी अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया था और उसकी पुलिस की कस्टडी में ही मौत हो गई थी। उसके बाद ईरान में लोगों का गुस्सा भड़क उठा था। एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन लोगों ने ईरानी सरकार के खिलाफ शुरू किया। महिला, जीवन और स्वतंत्रता का नारा दिया गया था। लेकिन उस आंदोलन को बलपूर्वक कुचल दिया गया था। हालांकि, लोगों के बीच एक बार फिर से असंतोष की ये आग अब बढ़ती ही जा रही है।
वहीं दूसरी ओर इस्लामी सरकार शरिया कानून लागू करने पर तुली है। ईरानी सरकार कड़ाई से हिजाब के कानून को लागू करने पर तुली हुई है।
हिजाब के ही विरोध में हाल ही में हिजाब डे के मौके पर एक महिला ने सार्वजनिक तौर पर अपने पूरे कपड़े उतार दिए थे। वह पूरी तरह से निर्वस्त्र होकर पुलिस की जीप पर चढ़ गई थी। उसका वीडियो भी काफी वायरल हुआ था। उससे तीन माह पहले भी तेहरान स्थित इस्लामिक आजाद विश्वविद्यालय में भी हिजाब के विरोध में छात्रा ने अपने कपड़े उतार दिए थे। आरोप था कि कॉलेज आई छात्रा ने सिर ढंकने वाला स्कॉर्फ नहीं पहन रखा था, जिस पर ईरान की मॉरल पुलिस ने उस पर हमला कर दिया था। इसके विरोध में छात्रा ने अपने कपड़े ही उतार दिए। छात्रा की पहचान आहू दरयाई के तौर पर हुई थी।
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