संघ

श्रद्धालुओं का अद्वितीय संगम है महाकुंभ : दत्तात्रेय होसबाले

आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि महाकुंभ सनातन संस्कृति का मात्र मेला नहीं, संकल्प का महापर्व है। नई पीढ़ी में हिंदू धर्म, संस्कृति का महत्व और आचरण का आग्रह सभी को करना चाहिए

Published by
Sudhir Kumar Pandey

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले 9 फरवरी को प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे। श्री दत्तात्रेय जी होसबाले ने कहा कि महाकुंभ कोई मनुष्यों की भीड़ नहीं, यह श्रद्धालुओं का अद्वितीय संगम है।

समाज की सज्जन शक्ति और संत शक्ति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति का यह मात्र मेला नहीं, संकल्प का महापर्व है। नई पीढ़ी में हिंदू धर्म, संस्कृति का महत्व और आचरण का आग्रह सभी को करना चाहिए। समाज की सज्जन शक्ति, संत शक्ति और शासन शक्ति तीनों के समन्वित प्रयास से ही धर्म, संस्कृति और समाज का रक्षण संवर्धन होगा। श्री होसबाले 10 फरवरी तक प्रयागराज में रहेंगे।

Also Read – महाकुंभ : मंदिरों को हिंदू समाज को वापस सौंपें सरकारें, VHP ने मंदिर मुक्ति आंदोलन की बनाई बड़ी योजना

43.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालु लगा चुके हैं आस्था की डुबकी

प्रयागराज महाकुम्भ में रविवार रात 8 बजे तक 1.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके है। महाकुम्भ में 144 वर्ष ऐसे पुण्य संयोग में 9 फरवरी तक 43.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं।

Also Read – महाकुम्भ में सेवा और समर्पण की गूंज, RSS के स्वयंसेवक दुनिया को दिखा रहे मानवता की राह

Share
Leave a Comment