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दिल्ली की 48 सीटों पर लहराया भगवा परचम : 27 साल बाद दिल्ली विधानसभा में भाजपा को मिला स्पष्ट बहुमत

वर्ष 2020 के चुनाव के मुकाबले आम आदमी पार्टी को 40 सीटों का हुआ घाटा। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया जैसे बड़े नेता चुनाव हारे। जानिए सभी सीटों का पूरा हाल

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WEB DESK

नई दिल्ली (हि.स.) । दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त देते हुए 48 सीटें जीती हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के खाते में 22 सीटें आई हैं। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा की 69 सीटों के नतीजे घोषित हो गए हैं। सबसे अंत में विकासपुरी सीट के नतीजे आए। विकासपुरी विधानसभा पर भाजपा प्रत्याशी पंकज कुमार सिंह ने 12876 मतों से अपनी जीत दर्ज की।

दिल्ली विधानसभा चुनावी नतीजों से स्पष्ट है कि भाजपा ने दिल्ली में अपने 27 साल का वनवास खत्म कर दिया है। भाजपा को मतगणना में 45.66 प्रतिशत, आम आदमी पार्टी को 43.55 प्रतिशत और कांग्रेस को 6.35 प्रतिशत मत मिले हैं।

दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों में से 68 पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार उतारे थे, जबकि दो सीटें अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ी थीं। भाजपा-नीत राजग के घटक दल जदयू ने बुराड़ी सीट से शैलेन्द्र कुमार और लोजपा (रामविलास) ने देवली सीट से दीपक तंवर को मैदान में उतारा था, लेकिन दोनों उम्मीदवार चुनाव हार गए।

पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज, आप प्रवक्ता दुर्गेश पाठक, राखी बिड़लान और सोमनाथ भारती चुनाव हार गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री आतिशी और कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने अपनी सीट बचा ली है। भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह, सतीश उपाध्याय, बिजेन्द्र गुप्ता, आम आदमी पार्टी से आए कैलाश गहलोत और अरविंदर सिंह लवली, कांग्रेस से आए राजकुमार चौहान, मोहन सिंह बिष्ट चुनाव जीत गए हैं। वहीं रमेश बिधूड़ी कालकाजी सीट से हार गए हैं।

भाजपा ने इतने अंतर से ये सीटें जीतीं

विधानसभा क्षेत्र विजेता प्रत्याशी जीत का अंतर
नरेला राज करन खत्री 8596
तिमारपुर सूर्य प्रकाश खत्री 1168
आदर्श नगर राज कुमार भाटिया 11482
बादली अहिर दीपक चौधरी 15163
रिठाला कुलवंत राणा 29616
बवाना रविन्द्र इन्द्राज सिंह 31475
मुन्डका गजेन्द्र दराल 10550
नांगलोई जाट मनोज कुमार शौकीन 26251
मंगोल पुरी राज कुमार चौहान 6255
रोहिणी विजेन्द्र गुप्ता 37816
शालीमार बाग रेखा गुप्ता 29595
शकूर बस्ती करनैल सिंह 20998
त्रिनगर तिलक राम गुप्ता 15896
वजीरपुर पूनम शर्मा 11425
माडल टाउन अशोक गोयल 13415
मोती नगर हरीश खुराना 11657
मादीपुर कैलाश गंगवाल 10899
राजौरी गार्डन मनजिंदर सिंह सिरसा 18190
हरि नगर श्याम शर्मा 6632
जनकपुरी आशीष सूद 18766
उत्तम नगर पवन शर्मा 29740
द्वारका प्रद्युम्न सिंह राजपूत 7829
मटिआला संदीप सहरावत 28723
नजफगढ़ नीलम पहलवान 29009
बिजवासन कैलाश गहलोत 11276
पालम कुलदीप सोलंकी 8952
राजिंदर नगर उमंग बजाज 1231
नई दिल्ली प्रवेश साहिब सिंह 4089
जंगपुरा तरविन्दर सिंह मारवाह 675
कस्तूरबा नगर नीरज बैसोया 11048
मालवीय नगर सतीश उपाध्याय 2131
आरके पुरम् अनिल कुमार शर्मा 14453
महरौली गजेन्द्र सिंह यादव 1782
छतरपुर करतार सिंह तंवर 6239
संगम विहार चन्दन कुमार चौधरी 344
ग्रेटर कैलाश शिखा रॉय 3188
त्रिलोकपुरी रविकांत 392
पटपड़गंज रविन्दर सिंह नेगी (रवि नेगी) 28072
लक्ष्मी नगर अभय वर्मा 11542
विश्वास नगर ओम प्रकाश शर्मा 25042
कृष्णा नगर डा. अनिल गोयल 19498
गांधीनगर अरविन्दर सिंह लवली 12748
शाहदरा संजय गोयल 5178
रोहतास नगर जितेन्द्र महाजन 27902
घोण्डा अजय महावर 26058
मुस्तफाबाद मोहन सिंह बिष्ट 17578
करावल नगर कपिल मिश्रा 23355
विकासपुरी पंकज कुमार सिंह 12876

आआपा ने इतने अंतर से ये सीटें जीतीं

विधानसभा क्षेत्र विजेता प्रत्याशी जीत का अंतर
किराड़ी अनिल झा वत्स 21,871
सुल्तानपुर माजरा मुकेश कुमार अहलावत 17,126
सदर बाजार सोम दत्त 6,307
चांदनी चौक पुनरदीप सिंह साहनी (सैबी) 16,572
मटिया महल आले मोहम्मद इक़बाल 42,724
बल्लीमारान इमरान हुसैन 29,823
करोल बाग विशेष रवि 7,430
पटेल नगर प्रवेश रत्न 4,049
तिलक नगर जरनैल सिंह 11,656
दिल्ली छावनी विरेन्द्र सिंह कादियान 2,029
देवली प्रेम चौहान 36,680
अम्बेडकर नगर डा. अजय दत्त 4,230
कालकाजी आतिशी 3,521
तुगलकाबाद सहीराम 14,711
बदरपुर रामसिंह नेताजी 25,888
ओखला अमानतुल्लाह खान 23,639
कोण्डली कुलदीप कुमार 6,293
सीमापुरी वीरसिंह धिंगान 10,368
सीलमपुर चौधरी ज़ुबैर अहमद 42,477
बाबरपुर गोपाल राय 18,994
गोकलपुर सुरेन्द्र कुमार 8,207
बुराड़ी संजीव झा 20,601

उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 1993 में विधानसभा बनने के बाद पहले चुनाव में भाजपा जीती। 1998 से भाजपा सत्ता से बाहर हो गई। वर्ष 1998, 2003 एवं 2008 में दिल्ली में शीला दीक्षित की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनी। 2013 के चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला। 32 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ा दल बनी। उसके मना करने पर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाई। वह सरकार केवल 49 दिन चल पाई। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 67 और भाजपा को तीन और 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी को 62 और भाजपा को 08 सीटें मिलीं।

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