नई दिल्ली (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि हार के डर से वे उलटे-सीधे बयानबाजी कर रहे हैं। ऑपरेशन लोटस के बयान पर तरुण चुघ ने कहा कि यह केजरीवाल एवं उनके नेताओं के षड्यंत्रकारी और शैतानी दिमाग की उपज है। उन्हें अच्छी तरह पता है कि आआपा दिल्ली चुनाव में बुरी तरह हार रही है। उनके 10 विधायक भी नहीं जीतने वाले। उन्होंने कहा कि खुद धोखाधड़ी मामले में जमानत पर छूटे केजरीवाल अपनी सीट हार रहे हैं, मुख्यमंत्री आतिशी अपनी सीट हार रही हैं और इनके सभी बड़े नेताओं की हार निश्चित है। इसलिए ये भ्रम फैला रहे हैं। अब इनका भानुमति का कुनबा दिल्ली में अब पूरी तरह बिखर रहा है।
चुघ ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में केजरीवाल के आरोपों पर कटाक्ष किया कि इनके गैर जिम्मेदाराना बयान पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। इससे पहले भी कई बार झूठ बोलने के कारण केजरीवाल और इनके नेता सार्वजनिक रूप से माफी मांग चुके हैं। यहां तक की खुद मुख्यमंत्री आतिशी इसी तरह के एक और झूठ के कारण जमानत पर हैं। ये पूरी आप-दा पार्टी झूठ बोलने और षड्यन्त्र रचने मे माहिर पार्टी है।
चुघ ने दिल्ली चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन को लेकर कहा कि दिल्ली की जनता का अपार स्नेह भाजपा को इस बार मिला है और निश्चित रूप से इस बार दिल्ली मे कमल खिलेगा। दिल्ली की जनता प्रधानमंत्री मोदी की जनकल्याणकारी नीतियों से गदगद है और इस बार दिल्ली की जनता भाजपा की डबल इंजन की सरकार को प्रचंड बहुमंत से सत्ता मे ल रही है। इस बार दिल्ली को आपदा से मुक्ति मिलेगी। चुघ ने कहा कि कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी भी यूजीसी पर देश को बहकाने का काम कर रहे है। दरअसल राहुल लगातार दो दर्जन करारी हार से घबराहट मे हताशा में ऐसे ऊटपटांग बयान दे रहे हैं।
चुघ ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश मे आजादी के बाद पहली बार भाजपा की सरकार मे ऐसी शिक्षा नीति आई है जिसमे क्षेत्रीय भाषाओं में छात्र पढ़ाई कर सकेंगे और उसमे आगे बढ़ सकेंगे। यहां तक की मेडिकल और साइंस की शिक्षा भी स्थानीय भाषा मे हो उसका प्रावधान भी इस शिक्षा नीति मे रखा गया है। इस शिक्षा नीति से युवाओं को छात्रों को खुला और आजाद वातावरण मिलेगा।
चुघ ने आगे राहुल पर कटाक्ष करते हुए कहा की कांग्रेस के युवराज जो खुद चांदी की चम्मच हाथ में लेकर पैदा हुए हैं, उन्हे क्षेत्रीय भाषाओं के बारे मे कोई ज्ञान नहीं है और बेवजह देश के अंदर विवाद पैदा करने वाले बेतुके बयान दे रहे हैं।
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