"हमने तो बंटवारा नहीं मांगा, हमसे गंगा क्यों छीन ली" : पाकिस्तान से आए हिन्दुओं का छलका दर्द, विसर्जित करेंगे अस्थियां
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

“हमने तो बंटवारा नहीं मांगा, हमसे गंगा क्यों छीन ली” : पाकिस्तान से आए हिन्दुओं का छलका दर्द, विसर्जित करेंगे अस्थियां

पाकिस्तान से आए हिंदू अपने 480 परिजनों की अस्थियां गंगा में विसर्जित करेंगे। महंत रामनाथ महाराज के नेतृत्व में हरिद्वार और प्रयागराज में विधिवत कर्मकांड संपन्न होगा। पढ़ें पूरी खबर।

by राकेश सैन
Feb 4, 2025, 04:35 pm IST
in भारत, उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पाकिस्तान से कुछ हिन्दू अपने 480 परिजनों, रिश्तेदारों व पचान वालों की अस्थियां लेकर भारत आए हैं। वे इन अस्थियों का गंगा में विसर्जन कर पितृों का तर्पण करेंगे, उनके मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करेंगे। अटारी सीमा पर इन अस्थियों को कराची स्थित श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर के मुख्य सेवक महंत श्री रामनाथ महाराज लेकर पहुचे। उन्होंने बताया कि इन अस्थियों को गंगाजी में बहाने के लिए मंदिरों अथवा श्मशानघाटों में कलश में सुरक्षित रखे गये थे। वे अपने को सौभाग्यशाली मानते हैं कि उनके हाथों से इतने लोगों की अस्थियों को गंगा नसीब हो रही है अन्यथा वहां से लाखों हिन्दुओं के लिए गंगा सबसे दुर्लभ नदी बन गई।

पाकिस्तान के हिन्दू पूछते हैं कि उन्होंने तो बंटवारा नहीं मांगा था पर उनसे गांगा क्यों छीन ली गई। अब उनके मृतकों को सालों-साल तो क्या दशकों तक गांगा का इंतजार करना पड़ता है। गरीबों हिन्दुओं के लिए हजारों का खर्च, वीजा-पासपोर्ट की भारी भरकम औपचारिकताएं पूरी करना आसान नही। इसके लिए केवल दो ही रास्ते बचते हैं कि या तो लम्बा इंतजार या फिर किसी और नदी में अस्थियों का विसर्जन। ज्ञात रहे कि मान्यताओं के अनुसार मृत्यु के दस दिनों के भीतर गंगा विसर्जन जरूरी होता है। भारत सरकार की तरफ से इस कार्य के लिए दो साल पहले ही अनुमति दे दी गई थी।

महंत श्री रामनाथ ने बताया कि इससे पहले वे 2011 और 2016 में भी हिंदुओं की अस्थियों को प्रवाहित करने के लिए भारत ला चुके हैं। इस कार्य के लिए उन्हें भारत सरकार की ओर से 10 दिन का वीजा दिया गया है। महंत ने बताया कि वह अस्थियों को हरिद्वार में विधि विधान से विसर्जित करने के बबाद प्रयागराज में कुंभ स्नान भी करेंगे।

दस दिन का वीजा सरकार ने किया जारी

पाकिस्तान में करीब 20 लाख हिंदू रहते हैं। उन्होंने भारत सरकार से अपने प्रियजनों की अस्थियों को प्रवाहित करने की आज्ञा मांगी थी। इसके तहत 2022 में पाकिस्तानी हिंदू परिवारों को गंगा में अस्थियां प्रवाहित करने के लिए स्पांसरशिप पॉलिसी लागू की गई थी। इसके तहत पाकिस्तानी परिवार को भारत में अस्थियां विसर्जित करने की आज्ञा दी जाती थी जिनका कोई स्वजन भारत में रहता है। अब इसमें परिवर्तन कर पाकिस्तान के हिंदू परिवारों को अस्थियां विसर्जित करने के लिए दस दिन का वीजा जारी किया जा रहा है।
1947 के बाद तीसरी बार है कि अस्थियां भारत लाई गई हैं। श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर के संरक्षक रामनाथ ने कहा कि हम कई सालों से भारत सरकार से जो मांग कर रहे थे, जो पूरी हुई। पहली बार 2011 में 135 अस्थियां लाए थे। ये अस्थियां 64 वर्ष से संभालकर रखी गई थीं। इन्हें गंगा में विसर्जित किया जाए। 2016 में भी 160 अस्थियों को गंगा लाया गया था।

Topics: गंगा स्नानअस्थियां विसर्जन वीजाअस्थि विसर्जनहिंदू धर्म परंपराअटारी बॉर्डरगंगा नदी महत्वभारत पाकिस्तान संबंधविभाजन के बाद हिंदूपाकिस्तान हिंदूपाकिस्तानी हिंदू अधिकारगंगा में अस्थि विसर्जनसनातन परंपराहरिद्वार अस्थि विसर्जन1947 विभाजनप्रयागराज कुंभ स्नानमहंत रामनाथ महाराजश्री पंचमुखी हनुमान मंदिरपाकिस्तान से हिंदू परिवार
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

SCO Summit Rajnath Singh

SCO समिट में चीन-पाक की चाल पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का चेक मेट, ज्वाइंट स्टेटमेंट पर नहीं किया हस्ताक्षर

Mohammad Karim vfrom lucknow Adopted Sanatan dharma

घर वापसी: मोहम्मद करीम ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, बने अमन शाह, कहा-ये दुनिया का सबसे सहिष्णु धर्म

Ganga Dashehra

गंगा दशहरा 2025: मां गंगा के अवतरण का पावन पर्व, हरिद्वार-ऋषिकेश में श्रद्धालुओं का तांता

Rekha Gupta

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बद्री-केदार धाम की तीर्थ यात्रा की, लिया आशीर्वाद

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

आखिर क्यों भारत के सामने गिड़गिड़ा रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ?

तिरुपति बालाजी मंदिर में नमाज विवाद: श्रद्धालुओं में आक्रोश, टीटीडी की चुप्पी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies