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‘केजरीवाल के दिमाग में पैसा बैठ गया और वह फिसल गया’, अन्ना ​हजारे ने पुराने दिनों को याद करने की सलाह दी

मीडिया से बातचीत में अन्ना हजारे ने गुरुवार (30 जनवरी) को कहा कि केजरीवाल के दिमाग में पैसा बैठ गया है और वह पैसे के पीछे भागने वाले लोगों के साथ है।

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सुनीता मिश्रा

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह सत्य के मार्ग से भटक गए हैं। मीडिया से बातचीत में अन्ना हजारे ने गुरुवार (30 जनवरी) को कहा कि केजरीवाल के दिमाग में पैसा बैठ गया है और वह पैसे के पीछे भागने वाले लोगों के साथ है। उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्य की बात है। वह एक कार्यकर्ता के नाते मेरे साथ आगे आए। मैंने हमेशा कहा कि जीवन में आचार शुद्ध रखना। विचार शुद्ध रखना। जीवन निष्कलंक रखना, जीवन में त्याग करना। हमेशा सच्चाई के मार्ग पर चलते रहना। मैं उसको हमेशा यह सब पढ़ाते गया।”

अन्ना हजारे ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि उस वक्त हमारे साथ किरन बेदी भी थी। किरन बेदी ने कहा कि अन्ना की पाठशाला शुरू करो। पाठशाला में ये पढ़ाओ। कई जगह पर यह शुरू भी किया गया, लेकिन दिमाग में पैसा बैठा और धन बैठा तो वह फिसल गया। उसको क्या कर सकते हैं। ये पैसे के पीछे दौड़ने वाले लोग हैं। उनको कुछ भी नहीं कह सकते हैं।

अन्ना हजारे दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर उन्हें क्या सलाह देंगे? इस सवाल पर सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, “जो आरोप लगे हैं तो वह उन दिनों को याद करें जब मैं कह रहा था कि आचार को शुद्ध रखना और विचार को शुद्ध रखना। अपमान पीने की शक्ति रखना तब हम समाज और देश की भलाई का काम कर सकते हैं। ये मैं बार-बार कहता था, वह भूल गए। वो दिन याद करना बहुत जरूरी है।”

बता दें कि वर्ष 2011 में अरविंद केजरीवाल ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन शुरू किया था। इस आंदोलन से ही आम आदमी पार्टी का जन्म हुआ था और केजरीवाल एक सफल राजनीतिज्ञ के रूप में ना केवल स्थापित हुए बल्कि तीन बार सीएम भी बने।

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