व्हाइट हाउस का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बातचीत सार्थकता भरी रही। दोनों नेताओं ने सहयोग को और बढ़ाने तथा उसे और मजबूत करने पर बात की। साथ ही, हिंद-प्रशांत, मध्य—पूर्व तथा यूरोप में सुरक्षा सहित अन्य अनेक क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लिए अभी सात दिन ही हुए हैं और इस बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फोन करके नए अमेरिकी राष्ट्रपति और अपने पुराने दोस्त डोनाल्ड से कई मुद्दों पर चर्चा की। यह चर्चा न सिर्फ आपसी संबंधों को और आगे ले जाने से जुड़ी थी बल्कि दुनिया की भूराजनीति पर भी पड़ने वाले इसके गहरे असर से इनकार नहीं किया जा सकता।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को प्रधानमंत्री मोदी ने फोन पर सबसे पहले दूसरी बार राष्ट्रपति पद संभालने की बधाई दी। मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ दोनों देशों के बीच बने गर्मजोशी भरे रिश्तों का उल्लेख किया और उन आयामों पर बात की जिनके माध्यम से इन रिश्तों में नई उष्मा भरी जा सकती है। क्योंकि ट्रंप के दूसरी बार पदभार संभालने के बाद मोदी और उनके बीच यह पहली औपचारिक चर्चा थी, इसलिए उतनी विस्तृत नहीं थी। बाद में मोदी ने एक्स पर इस बारे में देश को सूचित करके बातचीत पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा-‘अपने प्रिय दोस्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात करके बहुत आनंद हुआ। उन्हें उनके दूसरे ऐतिहासिक कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। हम एक दूसरे लाभ वाली और विश्वासपूर्ण साझेदारी को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हम अपने नागरिकों की भलाई और विश्व की शांति, समृद्धि और सुरक्षा की दिशा में आपस में मिलकर काम करेंगे।’
शुभकामनाओं के साथ ही दोनों देशों के शीर्ष नेताओं ने पारस्परिक संबंधों को प्रगाढ़ करने की बात की। इस चर्चा में जहां द्विपक्षीय मुद्दों पर गौर किया गया वहीं क्वॉड और विश्व के अन्य विषयों पर भी संक्षिप्त में विचारों का आदान—प्रदान हुआ।
मोदी और ट्रंप के बीच हुई इस चर्चा के बारे में व्हाइट हाउस से भी एक बयान जारी हुआ है। इस बयान में व्हाइट हाउस का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बातचीत सार्थकता भरी रही। दोनों नेताओं ने सहयोग को और बढ़ाने तथा उसे और मजबूत करने पर बात की। साथ ही, हिंद-प्रशांत, मध्य—पूर्व तथा यूरोप में सुरक्षा सहित अन्य अनेक क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई। राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत द्वारा अमेरिका में बने सुरक्षा उपकरणों की खरीद को और विस्तार देने तथा द्विपक्षीय कारोबारी संबंधों की दिशा में बढ़ने की आवश्यकता पर बल दिया।
बयान में आगे है कि दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच मित्रता तथा रणनीतिक संबंधों के आलोक में मोदी की अमेरिका यात्रा की संभावनाओं पर बात की। प्रधानमंत्री मोदी तथा राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी तथा हिन्द-प्रशांत में क्वाड के सहयोग को विस्तृत करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। इस बयान में उल्लेख किया गया है कि इस वर्ष के अंत में भारत पहली बार क्वाड नेताओं की मेजबानी करने वाला है।
उल्लेखनीय है कि ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर प्रधानमंत्री मोदी का विशेष संदेश लेकर सम्मिलित ही नहीं हुए थे बल्कि उनको अग्रिम पंक्ति में बैठाकर ट्रंप ने मोदी और भारत के प्रति अपने अनुराग का परिचय भी दिया था।
अमेरिका कारोबार के क्षेत्र में भारत का सबसे बड़ा साझेदार है। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में है। 2023-24 की बात करें तो दोनों देशों के बीच लगभग 118 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था, इसमें अमेरिका के मुकाबले भारत ने 36 अरब डॉलर का अधिक निर्यात किया था।
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