देहरादून । उत्तराखंड में 100 निकाय चुनावों के लिए आज मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। 11 नगर निगमों पर राजनीतिक दलों के शीर्ष नेतृत्व की खास नजर थी, जहां सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस ने अपने-अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। हालांकि, समाजवादी पार्टी ने या तो अपने उम्मीदवारों के नामांकन वापस करवा दिए या उन्हें पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी।
खबर लिखे जाने तक शाम 5 बजे तक 60% से अधिक मतदान हो चुका था, जबकि मतदान केंद्रों पर लोग कतारों में खड़े नजर आए। अध्यक्ष और पार्षद के लिए अलग-अलग बैलेट पेपर का इस्तेमाल और मोहर लगाने की प्रक्रिया की वजह से मतदान की रफ्तार धीमी रही।
देहरादून समेत कई नगरों में वोटर लिस्ट से नाम गायब होने की शिकायतें दर्ज हुईं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का नाम भी वोटर लिस्ट से गायब पाया गया, जिस पर उन्होंने मीडिया के समक्ष नाराजगी जताई। कई स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं के नाम भी वोटर लिस्ट में नहीं मिले।
जहां-जहां मतदान पूरा हुआ, वहां से मतपेटियों को संबंधित केंद्रों पर पहुंचाने का कार्य शुरू हो चुका है। 25 जनवरी को मतगणना होगी।
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