महाराष्ट्र के जलगांव में आग लगने की अफवाह के कारण हुए ट्रेन एक्सीडेंट में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें 9 पुरुष और चार महिलाएं शामिल हैं। इसकी पुष्टि जलगांव के सरकारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विजय गायकवाड़ ने की है। घायलों में से तीन की हालत बेहद चिंताजनक बनी हुई है। सभी का इलाज स्थानीय पचोरा के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जलगांव के सरकारी अस्पताल में भेजा गया है। इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए का हर्जाना देने का ऐलान किया है।
बताया जाता है कि बुधवार की देर शाम को ये हादसा उस वक्त हुआ जब लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस के एक कोच अचानक से धुआँ और चिंगारी उठता देख यात्रियों में हड़कंप मच गया। उस दौरान शाम के करीब 5 बज रहे थे। धुआँ देख किसी ने ट्रेन की चेन पुल कर ली। इससे ट्रेन मुंबई से करीब 400 किलोमीटर दूर माहेजी औऱ परधाड़े स्टेशन के बीच रुक गई। ट्रेन रुकते ही यात्री अपनी जान बचाने के उद्देश्य से धड़ाधड़ ट्रेन से बाहर कूद गए।
लेकिन, दूसरी पटरी पर बेंगलुरू से दिल्ली जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में ये लोग आ गए। इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ग्लास कटर, फ्लडलाइट समेत तमाम उपकरण तैयार रखे गए हैं। हम लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। जिला प्रशासन के संपर्क में हूं। उन्होंने कहा कि घायलों को राज्य सरकार हर संभव सहायता मुहैया कराएगी।
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