इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष और हालिया युद्धविराम के बाद इजरायल के टॉप कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हेरजी हालेवी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी यह घोषणा इजरायल और हमास के बीच चल रहे तनावपूर्ण हालातों और हमास को खत्म करने में असफलता की भावना के चलते आई है।
7 अक्टूबर को हमास के अचानक हुए हमले में इजरायल को भारी नुकसान झेलना पड़ा था। इस हमले में लगभग 1,200 इजरायली नागरिकों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था। यह हमला इजरायल के लिए एक बड़ा झटका था, जिसे रोकने में इजरायली सेना विफल रही।
हेरजी हालेवी ने अपनी जिम्मेदारियों के प्रति दुख जताते हुए कहा था कि हमास के इस हमले को रोकने में उनकी सेना की असफलता ने उन्हें गहरा आघात पहुंचाया है। उन्होंने इस बात पर भी अफसोस जताया कि इजरायल अब तक हमास को पूरी तरह खत्म करने के अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर सका है।
युद्धविराम और बंधकों की रिहाई
हाल ही में, इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम की घोषणा हुई। इसके तहत दोनों पक्षों ने बंधकों की रिहाई के लिए समझौता किया। पहले चरण में, हमास ने तीन महिला बंधकों को रिहा किया, जबकि इजरायल ने बदले में 90 महिला कैदियों को आज़ाद किया। अगले 6 हफ्तों में और 33 बंधकों को रिहा करने की योजना बनाई गई है।
गाजा पट्टी में युद्धविराम के बाद राहत सामग्री पहुंचाने के लिए ट्रकों को अनुमति दी गई है। इस कदम को फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत माना जा रहा है। हालेवी ने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि वह जल्द ही अपनी जिम्मेदारी किसी योग्य अधिकारी को सौंप देंगे। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उनकी रणनीति और प्रयास हमास के खात्मे तक नहीं पहुंच सके, जिससे वह व्यक्तिगत और पेशेवर रूप से दुखी हैं।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले भी इस बात को दोहरा चुके हैं कि जब तक हमास को पूरी तरह खत्म नहीं कर दिया जाता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। हालांकि, हालिया युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के बाद तनाव में कुछ कमी देखने को मिली है।
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