विश्व

शहबाज शरीफ का डोनाल्ड ट्रंप को बधाई संदेश विवादों में, ‘एक्स’ ने Community Note के जरिए किया फ्लैग

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक बार फिर चर्चा में हैं। सोमवार को उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी।

Published by
Mahak Singh

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक बार फिर चर्चा में हैं। सोमवार को उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी। हालांकि, उनकी यह बधाई जल्द ही विवाद का कारण बन गई, क्योंकि इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) के Community Note द्वारा फ्लैग कर दिया गया।

शहबाज शरीफ ने वीपीएन (VPN) का उपयोग करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा- “अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करने पर @realDonaldTrump को मेरी हार्दिक बधाई। पाकिस्तान-अमेरिका की साझेदारी को और मजबूत करने के लिए मैं उनके साथ काम करने की प्रतीक्षा कर रहा हूं। वर्षों से, हमारे दोनों महान देशों ने क्षेत्र और हमारे लोगों की शांति और समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए निकटता से काम किया है, और हम भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेंगे। राष्ट्रपति ट्रंप को उनके सफल दूसरे कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं।”

इस पोस्ट के तुरंत बाद ‘एक्स’ के Community Note ने शरीफ के बधाई संदेश को फ्लैग कर दिया। नोट में लिखा गया- “पाकिस्तान में ‘एक्स’ प्रतिबंधित है। तथाकथित प्रधानमंत्री इसका अवैध रूप से उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान में अपने राजनीतिक विरोधियों को जेल में डालने और उन्हें प्रताड़ित करने का काम किया है।”

यह पहली बार नहीं है जब शहबाज शरीफ को सोशल मीडिया पर फजीहत झेलनी पड़ी है। इससे पहले भी उन्होंने ऐसे कई विवादास्पद बयान दिए हैं, जो उनके खिलाफ ही गए।

पाकिस्तान में ‘एक्स’ पर प्रतिबंध

पाकिस्तान सरकार ने अप्रैल 2024 में राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए ‘एक्स’ पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस प्रतिबंध के तहत देश के नागरिकों को इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करने से रोका गया। हालांकि, प्रधानमंत्री शरीफ समेत कई अन्य सरकारी अधिकारी वीपीएन के माध्यम से इस प्रतिबंध को नजरअंदाज करते हुए प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं।

शरीफ की अपनी पार्टी के कई नेताओं ने भी ‘एक्स’ पर सक्रियता दिखाई है, जो सरकार के ही आदेशों का उल्लंघन है।

Share
Leave a Comment

Recent News