सनातन धर्म की महिमा ही ऐसी है कि जो भी इसके बारे में जानने या समझने की कोशिश करता है वो बस इसी का होकर रह जाता है। ऐसा ही एक बार फिर से मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में हुआ है। जहां भामगढ़ मस्जिद के इमाम रहे इकबाल अली के बेटे मुस्तफा चिश्ती ने सनातन धर्म में घर वापसी कर ली है। इसी के साथ उसने अपना नाम बदलकर मारुति नंदन है।
मारुति बने शख्स ने कहा कि मैं बचपन से ही बजरंगबली के बारे में और उनकी वीरता की कहानियां सुनी हुई है, इसीलिए अपना नाम मारुति नंदन रखा है। मुस्तफा ने बताया कि वह बचपन से ही सनातन धर्म में आस्था रखते थे। फिर हाल ही कुछ घटनाओं ने भी सनातन धर्म की ओर आकर्षित किया। इसके बाद मैंने घर वापसी करने का फैसला किया। इसके लिए मैंने हिन्दू संगठनों से संपर्क किया और उन्हें अपनी इच्छा बताई। हिन्दू संगठनों की मदद से शनिवार को खंडवा के प्रसिद्ध मंदिर में वैदिक परंपरा के अनुरूप घर वापसी की।
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इस दौरान मुस्तफा को 10 विधि स्नान कराया गया और उसका मुंडन संस्कार करवाया गया और बाद में प्रायश्चित यक्ष भी कराया गया। इसके बाद मुस्तफा ने शिवलिंग पर जल अर्पित किया और हनुमान चालीसा का पाठ किया।
सनातन धर्म अपनाने के बाद मुस्तफा ने बताया कि इस दुनिया में सनातन धर्म ही एक मात्र धर्म है, जो के मनुष्य को कल्याण का मार्ग दिखाता है। इसी में आत्म जागृति संभव है। इसलिए सभी को आगे आकर सनातन धर्म अपनाना चाहिए। अच्छी बात ये है कि हमारे डीएन भी भगवान राम और श्रीकृष्ण से मिलते जुलते हैं। मुस्तफा ने ये भी बताया कि वो हाल ही में घर वापसी करने वाले इमरान और फिरोज से प्रभावित हैं।
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