फ्रांस के कम्युनिस्ट थिएटर पर 250 अफ्रीकी शरणार्थियों का कब्जा, दीवालिया होने का खतरा, फ्री शो के बाद नहीं किया खाली
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

फ्रांस के कम्युनिस्ट थिएटर पर 250 अफ्रीकी शरणार्थियों का कब्जा, दीवालिया होने का खतरा, फ्री शो के बाद नहीं किया खाली

फ्रांस के पेरिस स्थित गेते लिरिक थिएटर पर 250 शरणार्थियों ने कब्जा कर लिया है। यह कब्जा एक मुफ्त ईवेंट के बाद से शुरू हुआ और दिसंबर से अब तक जारी है। थिएटर की माली हालत खराब हो चुकी है और स्थानीय जनता प्रदर्शन कर रही है।

by सोनाली मिश्रा
Jan 16, 2025, 09:04 pm IST
in विश्व
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

फ्रांस से शरणार्थियों को लेकर एक बहुत ही चौंकाने वाली खबर आ रही है। फ्रांस का एक थिएटर जिसे बहुत ही कट्टर शो और प्रदर्शनियों के लिए जाना जाता है, वहाँ पर 250 शरणार्थियों ने कब्जा कर लिया है, ये वे शरणार्थी थे, जिन्हें एक मुफ़्त ईवेंट के लिए पाँच सप्ताह पहले भीतर लिया गया था।

पेरिस में गेते लिरिक ने रेफ्यूजी का स्वागत करने के लिए 10 दिसंबर को एक कान्फ्रन्स का आयोजन किया गया था। इस कान्फ्रन्स में टॉप यूनिवर्सिटीज और रेड क्रॉस अधिकारियों ने शिरकत की थी और उन्होनें शरणार्थियों का स्वागत करने वाली गतिविधियां देखी थीं।

डेली मेल के अनुसार जब कान्फ्रन्स समाप्त हुई तो भी उन शरणार्थियों ने थिएटर से जाने से इनकार कर दिया और वे तब से वहीं पर टिके हुए हैं। ये शरणार्थी उन दक्षिण अफ्रीकी देशों से हैं, जो फ्रांस की पहले उपनिवेश रह चुकी हैं। और उन्होनें उस थिएटर से जाने से इनकार कर दिया।

अब हाल यह है कि दिसंबर से लेकर अभी तक वहाँ पर कोई भी शो नहीं हुए हैं, और कोई भी शो न होने के कारण उसकी माली हालत भी खस्ता हो गई है।

वहीं सफाई व्यवस्था भी चरमरा गई है। अब वहाँ पर लगभग 300 लोग जबरन टिके हुए हैं। थिएटर के अधिकारियों ने पिछले सप्ताह एक बयान में कहा था कि जिन लोगों ने वहाँ पर कब्जा कर रखा है, उनके लिए सरकार को घर की व्यवस्था करनी चाहिए।

उनका यह भी कहना है कि यह ठीक है कि लोगों ने जबरन कब्जा कर रखा है, मगर फिर भी वे लोग उन्हें भरी सर्दियों में बाहर नहीं फेंक सकते हैं। डेली मेल पर तस्वीरें हैं, उनमें दिख रहा है कि कैसे थिएटर में लोग कब्जा किये हुए हैं। वे कहीं भी सो रहे हैं। कैफेटेरिया में खा रहे हैं, सो रहे हैं।

इस इमारत का स्वामित्व पेरिस की स्थानीय काउंसिल के हाथों में है और वह समाजवाद द्वारा संचालित हो रही है। उसका कहना है कि वे लोग शरणार्थियों के लिए आवास देख तो रहे हैं, मगर उन्हें सफलता नहीं मिल रही है। उनका यह भी कहना है कि सरकार ने इनके लिए आवास के अनुरोध को ठुकरा दिया है। थिएटर के प्रवक्ता का कहना है कि थिएटर को अभी तक कई हजार यूरो का नुकसान हो चुका है।

थिएटर 70% टिकट की बिक्री और 30% सब्सिडी मोडेल पर चलता है, और यह व्यवस्था पूरी तरह से ढह चुकी है। इतना ही नहीं थिएटर के कारण चलने वाले अन्य व्यापार भी ठप्प हो गए हैं। आस पास के खाने पीने के बिन्दु भी पूरी तरह से ठप्प पड़े हैं। एक अल्जीरिया की प्रवासी नागरिक जो वहाँ की मैनेजर है, उसने बताया कि जो लोग थिएटर में हैं, वे मेरे छत और स्मोकिंग पॉइंट्स पर आते हैं और एक डोसोरे से झगड़ा करते हैं। और थिएटर प्रेमियों को इन लोगों ने डरा धमका कर भगा दिया है।

हालांकि यह कहा जा रहा है कि जिन्होनें शरण ली है, वे 18 वर्ष से कम उम्र के हैं, मगर सरकारी अधिकारियों का यह दावा है कि वे वयस्क हैं। इस पर जिस समूह अर्थात Collectif des Jeunes du Parc de Belleville ने यह कब्जा करवाया है, उसने उम्र की जांच को “नस्लवादी और शोषण करने वाला” बताया है।

इस अवैध कब्जे को लेकर आम जनता आक्रोशित है और वह वहाँ पर लगातार प्रदर्शन कर रही है। मगर यह कितनी हैरान करने वाली बात है कि जनता अपने देश में अपनी ही जगह पर कब्जा करने वाले अवैध लोगों को भगाने के लिए सड़कों पर है।

जब यह खबर सोशल मीडिया पर आई तो लोगों ने चटखारे लेते हुए कहा कि यह सही हो रहा है।

Topics: गेते लिरिक पेरिसशरणार्थियों का अवैध कब्जाफ्रांस शरणार्थी समस्यापेरिस थिएटर शरणार्थी विवादFrance refugee crisistheatre occupationGaîté Lyrique Parisillegal occupation of refugeesFrance refugee problemफ्रांस शरणार्थी संकटParis theatre refugee disputeथिएटर पर कब्जा
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

IIT खड़गपुर: छात्र की संदिग्ध हालात में मौत मामले में दर्ज होगी एफआईआर

प्रतीकात्मक तस्वीर

नैनीताल प्रशासन अतिक्रमणकारियों को फिर जारी करेगा नोटिस, दुष्कर्म मामले के चलते रोकी गई थी कार्रवाई

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (चित्र- प्रतीकात्मक)

आज़ाद मलिक पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का संदेह, ED ने जब्त किए 20 हजार पन्नों के गोपनीय दस्तावेज

संगीतकार ए. आर रहमान

सुर की चोरी की कमजोरी

आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर

कंधार प्लेन हाईजैक का मास्टरमाइंड अब्दुल रऊफ अजहर ढेर: अमेरिका बोला ‘Thank you India’

जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा नागरिक इलाकों को निशाना बनाए जाने के बाद क्षतिग्रस्त दीवारें, टूटी खिड़कियां और ज़मीन पर पड़ा मलबा

पाकिस्तानी सेना ने बारामुला में की भारी गोलाबारी, उरी में एक महिला की मौत

बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाके (फाइल चित्र)

पाकिस्तान में भड़का विद्रोह, पाकिस्तानी सेना पर कई हमले, बलूचिस्तान ने मांगी आजादी, कहा – भारत में हो बलूच दूतावास

“भय बिनु होइ न प्रीति “: पाकिस्तान की अब आएगी शामत, भारतीय सेना देगी बलपूर्वक जवाब, Video जारी

खेत हरे, खलिहान भरे

पाकिस्तान ने उरी में नागरिक कारों को बनाया निशाना

कायर पाकिस्तान ने नागरिकों को फिर बनाया निशाना, भारतीय सेना ने 50 ड्रोन मार गिराए

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies