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महाराष्ट्र : अवैध रूप से रह रही 3 बांग्लादेशी महिलाएं गिरफ्तार, घरेलू सहायिका का करती थीं काम

महाराष्ट्र के ठाणे में तीन अवैध बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया गया। मुंबई में भी 38 वर्षों से रह रहे अवैध बांग्लादेशी की गिरफ्तारी। जानिए पूरी खबर...

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सुनीता मिश्रा

महाराष्ट्र के ठाणे जिले में अवैध रूप से रह रही तीन बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान रोजिना बेगम सुकुर अली (29), तंजिला खातुन रज्जाक शेख (22) और शेफाली बेगम मुनीरुल शेख (23) के रूप में हुई है। ये तीनों महिलाएं घरेलू सहायिका का काम करती थीं। पुलिस ने बुधवार (15 जनवरी) को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उल्हासनगर पुलिस ने कोलेगांव में छापा मारा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। ये सभी महिलाएं लोगों के घरों में काम करती थीं। यही नहीं ये अपना जीवनयापन करने के लिए इस तरह के अन्य काम भी करती थीं। उनके पास उचित दस्तावेज नहीं थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, डोंबिवली के मानपाड़ा पुलिस थाने में पासपोर्ट अधिनियम और पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले में आगे की जांच जारी है।

मुंबई में 38 वर्षों से रह रहा अवैध बांग्लादेशी गिरफ्तार

इससे पहले सोमवार (13 जनवरी) को मुंबई में एक 49 वर्षीय अवैध बांग्लादेशी को गिरफ्तार किया गया था। वह जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर पिछले 38 वर्षों से भारत में रह रहा था और मजदूरी करता था। 11 जनवरी को पुलिस ने चार बांग्लादेशी घुसपैठियों को मुंबई के जुहू इलाके से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में इन लोगों ने खुद को भारतीय नागरिक बताया था, लेकिन जब इनके दस्तावेजों की जांच की गई तो वो फर्जी निकले। यही नहीं जब इनसे भारत का राष्ट्रगीत सुनाने को कहा गया तो इन लोगों ने कहा कि उन्हें ये नहीं आता। पकड़े गए चार बांग्लादेशियों में एक महिला और तीन पुरुष थे। इनकी पहचान पॉपी टीटू हुसैन (महिला), मोहम्मद टैटू सोफीउद्दीन हुसैन, नूर इस्लाम मकबूल और फैसल बिकु मुल्ला शेख के रूप में हुई थी। सभी के खिलाफ जुहू पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

नववर्ष पर तीन बांग्लादेशी महिलाएं गिरफ्तार

नववर्ष पर ठाणे जिले के वर्तक नगर क्षेत्र से अवैध रूप से रह रही तीन बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया था। वर्तक नगर पुलिस ने बताया था कि सूचना मिलने के बाद जब छापा मारा तो उन्हें एक कमरे में तीन महिलाएं मिलीं, जो यहां अवैध रूप से रह रही थीं। बांग्लादेशी महिलाओं के पास भारत में प्रवेश के लिए कोई वैध दस्तावेज नहीं था। इनकी उम्र 22 से 45 वर्ष के बीच बताई गई थी। ये सभी होटलों में वेटर के रूप में काम कर रही थीं। इसके अलावा अवैध बांग्लादेशी के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के दौरान पुलिस ने हाल ही में चेंबूर के जय अम्बे नगर से जहांगीर आलम शोएद मोरोल को गिरफ्तार किया था।

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सुनीता मिश्रा

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