नई दिल्ली (हि.स.) । दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर दी गई। इसी के साथ नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। उम्मीदवार अपना नामांकन 17 जनवरी तक दाखिल कर सकते हैं। 18 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 20 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। 05 फरवरी को मतदान और 08 फरवरी को मतगणना होगी।
मुख्य निर्वाचन कार्यालय की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की नई विधानसभा के सदस्यों का चुनाव करने के लिए चुनाव का आह्वान किया है। अधिसूचना के अनुसार, ”जनप्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा 15 और उसी धारा की उपधारा (2) में उल्लिखित प्रावधानों के अनुसार उपराज्यपाल ने दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों को विधान सभा के लिए चुनाव कराने का आह्वान किया है। उपराज्यपाल, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों से उक्त अधिनियम और उसके अधीन बनाए गए नियमों और आदेशों के प्रावधानों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की विधान सभा के लिए सदस्यों का निर्वाचन करने का आह्वान करते हैं।”
चुनाव आयोग ने 7 जनवरी को दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की थी। नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के बाद अब 17 जनवरी तक दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवार अपना नामांकन कर सकते हैं। 18 जनवरी को नामांकन की जांच की जाएगी। 20 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। 5 फरवरी को सभी सीटों के लिए मतदान होगा। मतों की गणना 8 फरवरी को होगी।
दिल्ली विधानसभा 2025 के चुनावों के लिए 6 जनवरी को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची में दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कुल 1,55,24,858 पंजीकृत मतदाता हैं। इनमें 83,49,645 पुरुष, 71,73,952 महिला और 1261 थर्ड जेंडर हैं। इनमें 18-19 आयु वर्ग 52,554 मतदाता जोड़े गए हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 58 सामान्य और 12 आरक्षित हैं।
दिल्ली में प्रमुख रूप से आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच मुकाबला है। वहीं, कांग्रेस भी चुनाव मैदान में है। 2020 के चुनाव में आआपा ने 70 में से 62 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा को सिर्फ आठ सीटें मिलीं।
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