आंध्र प्रदेश के तिरुमला स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में भगदड़ की खबर सामने आई है, जिसमें अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में तीन महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं।
कैसे हुआ ये हादसा
रिपोर्ट के अनुसार ये पता चला है कि भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए टिकटों की बिक्री होनी थी। बुधवार की रात को जैसे ही अधिकारियों ने मंदिर के बैकुंठ गेट को खोला, तो सैकड़ों की संख्या में धार्मिक आय़ोजनों की टिकट लेने के लिए तेजी से आगे बढ़े। इसी धक्का मुक्की के कारण वहां पर भगदड़ मच गई। इसकी चपेट में आने से 6 लोगों की मौत हो गई। दरअसल, 10 जनवरी से 10 दिवसीय बैकुंठ द्वार दर्शनम शुरू हो रहा है। उसी के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी।
इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वो इस घटना से बहुत ही परेशान हैं। उन्होंने कहा कि मैंने उच्चाधिकारियों के लगातार संपर्क में हूं। घायलों को बेहतर चिकित्सा का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है। वहीं इस घटना को लेकर टीटीडी के चेयरमैन बीआर नायडू के अनुसार, ये भगदड़ उस वक्त हुई, जब खुद को अस्वस्थ महसूस कर रही महिला के लिए गेट खोला गया था, तभी गेट खुलते ही अचानक से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु जबरदस्ती अंदर घुस आए।
घटना के वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें पुलिस के जवानों को राहत और बचाव के कार्य करते देखा गया। पुलिस की टीम घायलों को सीपीआर देती देखी गई। भगदड़ की घटना और उसमें हुई मौतों को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए टीटीडी बोर्ड के सदस्य भानु प्रकाश में इसके लिए भगवान वेंकटेश्वर के भक्तों से माफी मांगी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी जताया दुख
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरुपति मंदिर में भगदड़ की घटना में 6 लोगों की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि हम राज्य सरकार के लगातार संपर्क में हैं। प्रदेश सरकार पीड़ितों को हर संभव मदद दे रही है।
टिप्पणियाँ