रविवार सुबह जगन्नाथ मंदिर के प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र के ऊपर एक ड्रोन उड़ते हुए देखा गया, जिससे सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं । लगभग 4:10 बजे, ड्रोन ने मंदिर की ओर दोलमंडप साही से आकर पहले मंदिर परिसर के आसपास मंडराया, फिर मेघनाद प्राचीर जो मंदिर की बाहरी दीवार है, के साथ आगे बढ़ा।
अवैध ड्रोन मंदिर के दधिनउती के ऊपर मंडराता हुआ, नीलचक्र के ऊपर भी घूमता हुआ देखा गया। इसके बाद इसे उत्तर द्वार क्षेत्र के ऊपर से गुजरते हुए, श्रीदंड से ऊपर उठते हुए वापस उसी स्थान पर लौटते हुए देखा गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशासन अभी तक ड्रोन ऑपरेटर की पहचान नहीं कर पाए हैं और न ही यह पता चला है कि ड्रोन ने मंदिर के प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र में कैसे प्रवेश किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुरी पुलिस विभाग सक्रिय रूप से ड्रोन ऑपरेटर की पहचान करने के लिए जांच कर रहा है। उचित कानूनी कार्रवाई जल्दी की जाएगी।
यह ध्यान देने योग्य है कि दो साल पहले भी ऐसा ही एक घटना हुआ था, जब पश्चिम बंगाल के एक यूट्यूबर ने जगन्नाथ मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ाया और बाद में माफी मांगी। मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ाने और ऐसी वीडियो बनाने से सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठे थे। 5 मिनट 42 सेकंड की इस वीडियो में पूरी जगन्नाथ मंदिर परिसर को हवाई दृष्टिकोण से विस्तार से दिखाया गया था, जिससे मंदिर पुलिस और सुरक्षा कर्मियों की भूमिका पर सवाल उठे थे।
कानूनी मंत्री पृ्थ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि मंदिर की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की गलती सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जगन्नाथ मंदिर के ऊपर ड्रोन उड़ाना सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन है । उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रकार के उल्लंघनों को रोकने के लिए कठोर कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
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