छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सीमा पर स्थित अबूझमाड़ के घने जंगलों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भारी मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ 4 जनवरी की शाम को शुरू हुई और अब तक जारी है। इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान अब तक 4 वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। इनके पास से AK-47 और SLR जैसे स्वचालित हथियार बरामद हुए हैं।
इस मुठभेड़ में दंतेवाड़ा DRG के जवान हेड कांस्टेबल सन्नू कारम बलिदान हो हुए। उनकी सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।
यह ऑपरेशन दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कोंडागांव और जगदलपुर जिलों की DRG और STF की संयुक्त टीमों द्वारा संचालित किया जा रहा है। करीब 1,000 जवानों ने नक्सलियों के कोर इलाके को घेर लिया था। ऑपरेशन के दौरान रुक-रुककर गोलीबारी होती रही और जवानों ने मोर्चा संभाले रखा।
पिछले डेढ़ वर्ष में छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है-
पिछले वर्ष 15 दिसंबर को छत्तीसगढ़ दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य को 2026 तक नक्सल मुक्त बनाने का आश्वासन दिया था। उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस की बहादुरी और समर्पण की सराहना करते हुए कहा था, “छत्तीसगढ़ पुलिस देश के सबसे बहादुर बलों में से एक है।” उन्होंने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस को प्रेसिडेंट’ कलर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है, जो उनके अद्वितीय परिश्रम और निष्ठा का प्रमाण है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और सुरक्षा बलों के सामूहिक प्रयासों से राज्य में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई को तेज किया गया है।
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