गुजरात के राजकोट में हिन्दुओं की दुकानों को वक्फ बोर्ड का आदेश दिखाकर जबरन दुकानों का सामान बाहर फेंकने के मामले में राजकोट पुलिस ने एक मस्जिद के ट्रस्टी समेत 8 अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने इसको लेकर जानकारी दी है कि ट्रस्ट द्वारा दुकानदारों को ये दुकानें किराए पर दी गई थीं, जो कि दीनपीठ इलाके में नवाब मस्जिद के भूतल पर स्थित हैं।
मस्जिद के ट्रस्टी फारुक मुसानी ने 31 दिसंबर को भीड़ के साथ पहुंचकर हिन्दुओं की दुकानों से सामानों को बाहर फेंक दिया था। जिस दुकानदार की दुकान के सामान को बाहर फेंका गया, उनमें से एक वीरेंद्र कोटेचा का कहना है कि वे वहां पर 1962 से दुकान चला रहे हैं। ऐसा करने से पहले ट्रस्ट को कोई सूचना या नोटिस तो देनी ही चाहिए थी, लेकिन उसकी ओर से कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी।
इस बीच स्टेट वक्फ बोर्ड के सदस्य आसिफ सालोट का कहना है कि इस मामले में मैंने ही आदेश पारित किया था, लेकिन ट्रस्ट ने दुकानों पर कब्जा करते वक्त उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया था। इस मामले में पुलिस ने कथित गैरकानूनी सभा, आपराधिक धमकी और आपराधिक अतिक्रमण के मामले में एक जनवरी को केस दर्ज किया था। बहरहाल, पुलिस ने दुकानदारों को उनकी दुकानें वापस दिला दी हैं।
वहीं इस घटना पर गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने भी एक्स के जरिए कहा कि सभी दुकानें फिर से खुल गई हैं, आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हम किसी भी अवैध गतिविधि के कारण लोगों को परेशान नहीं होने देंगे।
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क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गुजरात के राजकोट जिले के दानपीठ इलाके में बाजार है। यहीं पर कई दुकानदार लीज पर सालों से अपना व्यापार करते आ रहे हैं। लेकिन, एक दिन पहले फारुक मुसानी नाम का मुस्लिम व्यक्ति अपने 5 साथियों के साथ वहां पहुंचा और दुकानों के ताले को तोड़कर उसमें रखे सामानों को बाहर फेंक दिया। उसने कहा कि ये दुकानें वक्फ बोर्ड की जमीन पर हैं और उसे इसे खाली कराना है। अचानक से इस प्रकार के रवैये के बाद दुकानदार भड़क गए। उन्होंने पुलिस बुला ली।
जब पुलिस वहां पहुंची तो दुकान खाली करा रहे मुसानी ने पुलिस को वक्फ के कथित आदेश की कॉपी दिखाई। लेकिन, दुकान खाली कराने की जबर्दस्ती की इस कार्रवाई के मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इस घटना को लेकर राजकोट शहर के डीसीपी जगदीश बांगरवा ने फारुक मुसानी समेत 5 लोगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की पुष्टि की।
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