देशभर में वक्फ बोर्ड की मनमानियों के खिलाफ लोगों के विरोध के बीच गुजरात के राजकोट में वक्फ के नाम पर गुंडागर्दी करने का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के अनुसार, राजकोट शहर के दानपीठ इलाके में सालों से लीज पर चल रही दुकानों को वक्फ बोर्ड के नाम पर जबरदस्ती खाली करवाने की कोशिश की गई। मुस्लिम कट्टरपंथियों ने दुकानदारों के सामानों को बाहर फेंक दिया। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गुजरात के राजकोट जिले के दानपीठ इलाके में बाजार है। यहीं पर कई दुकानदार लीज पर सालों से अपना व्यापार करते आ रहे हैं। लेकिन, एक दिन पहले फारुक मुसानी नाम का मुस्लिम व्यक्ति अपने 5 साथियों के साथ वहां पहुंचा और दुकानों के ताले को तोड़कर उसमें रखे सामानों को बाहर फेंक दिया। उसने कहा कि ये दुकानें वक्फ बोर्ड की जमीन पर हैं और उसे इसे खाली कराना है। अचानक से इस प्रकार के रवैये के बाद दुकानदार भड़क गए। उन्होंने पुलिस बुला ली।
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जब पुलिस वहां पहुंची तो दुकान खाली करा रहे मुसानी ने पुलिस को वक्फ के कथित आदेश की कॉपी दिखाई। लेकिन, दुकान खाली कराने की जबर्दस्ती की इस कार्रवाई के मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इस घटना को लेकर राजकोट शहर के डीसीपी जगदीश बांगरवा ने फारुक मुसानी समेत 5 लोगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि दुकानों को इस तरह खाली कराने के पीछे वक्फ बोर्ड के कथित आदेश वाले पत्र को आधार बनाया गया है।
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हम इस पत्र की जांच कर रहे हैं। नियम ये है कि दुकानों को खाली कराने से पहले कब्जेदारों को नोटिस देना होता है। बाद में पुलिस के समक्ष दुकानें खाली करानी होती हैं। लेकिन, यहां नियमों को तोड़कर दुकानें खाली करानें की कोशिश की गई है। इसलिए, पुलिस ने शिकायत दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
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