नई दिल्ली (हि.स.) । कांग्रेस-भाजपा के बीच चल रहे वाकयुद्ध के बीच सोमवार को एक और राजनीतिक विवाद उभरकर सामने आया, जब भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह के निधन के तुरंत बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की वियतनाम की यात्रा की आलाेचना की। भाजपा के आराेप पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि यह डाॅ. सिंह के अंतिम संस्कार की व्यवस्था पर केंद्र सरकार के कुप्रबंधन से ध्यान हटाने का प्रयास है।
दरअसल, इस विवाद की शुरुआत उस समय हुई, जब भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट कर इस मामले को उठाया। अमित मालवीय ने कहा, “जब देश प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक मना रहा है, राहुल गांधी नए साल का जश्न मनाने के लिए वियतनाम चले गए।” अमित मालवीय ने ऑपरेशन ब्लू स्टार का संदर्भ देते हुए आगे आरोप लगाया कि गांधी परिवार और कांग्रेस का सिखों के प्रति शत्रुता का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा, “यह कभी न भूलें कि इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब को अपवित्र किया था।”
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी ने “एलओपी” का मतलब लीडर आफ पर्यटन और लीडर आफ पार्टी बना रखा है। आज जब पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर राष्ट्रीय शोक मनाया जा रहा है। ऐसे समय में मीडिया के माध्यम से पता चला है कि लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी देश में रहकर शोक प्रकट करने की बजाय पर्यटन और पार्टी करने के लिए निकल चुके हैं। उन्होंने कहा कि 26/11 मुंबई हमले के समय भी समाचार पत्रों में खबरें आयी थीं कि उस पूरी रात राहुल गांधी नाच गाना पार्टी कर रहे थे। उन्हें मनमोहन सिंह के प्रति कोई दिली सम्मान नहीं है, बस उनके निधन पर सियासत करनी है।
भाजपा के इस आराेप पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद मणिकम टैगोर ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा पर “भटकाव की राजनीति” करने का आरोप लगाया। टउन्होंने आगे कहा, “अगर गांधी निजी तौर पर यात्रा करते हैं, तो उन्हें इससे क्या परेशानी है।”
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 28 दिसंबर, 2024 को नई दिल्ली के निगम बोध घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे।
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