प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हाल ही में कुवैत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक द ग्रेट’ से नवाजा गया। यह सम्मान कुवैत और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया है। कुवैत के अमीर शेख मशाल अल-अहमद अल-जाबेर अल-सबाह ने पीएम मोदी को यह सम्मान प्रदान किया। यह अवसर इसलिए भी खास है क्योंकि 43 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने कुवैत की यात्रा की है।
इस प्रतिष्ठित सम्मान की शुरुआत 16 जुलाई 1974 को की गई थी। इसे कुवैत के ऐतिहासिक शासक मुबारक अल-सबा की स्मृति में की गई थी। मुबारक अल-सबा ने 1897 में कुवैत के लिए ओटोमन साम्राज्य से स्वतंत्रता की मान्यता प्राप्त करने में अहम भूमिका निभाई थी। यह सम्मान कुवैत के शाही परिवार द्वारा विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को उनकी असाधारण सेवाओं और कुवैत के साथ संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए दिया जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार और सहयोग को नई दिशा देना था। पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा, “व्यापार और वाणिज्य भारत और कुवैत के द्विपक्षीय संबंधों के महत्वपूर्ण स्तंभ रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा क्षेत्र में साझेदारी द्विपक्षीय व्यापार को और मजबूत कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कुवैत में भारतीय उत्पादों की बढ़ती मांग पर भी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, “मेक इन इंडिया उत्पाद, जैसे ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल मशीनरी, कुवैत में नई पहचान बना रहे हैं।” उन्होंने व्यापार में विविधता लाने और फार्मास्यूटिकल, स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी, डिजिटल और कपड़ा उद्योगों में सहयोग बढ़ाने की अपार संभावनाओं पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने कुवैत और भारत के व्यापार मंडलों, उद्यमियों और नवप्रवर्तकों को एक-दूसरे के साथ जुड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह जुड़ाव न केवल व्यापारिक संभावनाओं को बढ़ाएगा, बल्कि दोनों देशों के रिश्तों को और भी प्रगाढ़ बनाएगा।
यह यात्रा इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि यह 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की कुवैत यात्रा है। पीएम मोदी की इस यात्रा ने दोनों देशों के संबंधों को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने कुवैत के विकास में भारतीय समुदाय की भूमिका की भी सराहना की।
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