जर्मनी में हुए आतंकी हमले को लेकर जहां यह साफ हो चला है कि यह हमला किसने कराया है तो वहीं पश्चिमी मीडिया का इस हमले को लेकर बहुत ही गैर जिम्मेदाराना व्यवहार देखने को मिला है। गार्डियन, एनबीसी न्यूज़, रेउटर्स, वाशिंगटन पोस्ट सहित कई ऐसे कथित प्रतिष्ठित समाचारपत्र हैं, जिनके शीर्षक में आतंकी के स्थान पर “कार” को दोषी ठहराया।
इस पर सोशल मीडिया में काफी हंगामा हुआ और एलन मस्क सहित कई लोगों ने इसकी आलोचना की। एलन मस्क ने एक यूजर का पोस्ट साझा किया। उस यूजर ने उन तमाम शीर्षकों के स्क्रीनशॉट साझा किए थे।
You don’t hate the lying legacy media enough https://t.co/gMtjbp2EMG
— Elon Musk (@elonmusk) December 20, 2024
एक्स के मालिक एलन मस्क काफी लंबे अरसे से कथित मुख्यधारा की मीडिया के खिलाफ अभियान चलाए हुए हैं। अमेरिकी चुनावों के दौरान इसे और अधिक प्रमुखता से देखा गया था।
ऐसे पोर्टल्स के शीर्षकों पर आम लोग सोशल मीडिया पर खुलकर बात कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर हमला करने वाला आदमी सऊदी से न होता और श्वेत व्यक्ति होता तो भी क्या इनका यही रवैया होता? वैसे यह प्रश्न हिंदुओं को लेकर भी पूछा जा सकता है। कथित हिंदू चरमपंथ का ढोल पीटने वाला पश्चिमी कम्युनिस्ट मीडिया सऊदी से किसी नाम पर कार को दोषी कैसे ठहरा सकता है? पश्चिम का मीडिया ही नहीं बल्कि पश्चिम का कम्युनिस्ट अकादमिक जगत इस सीमा तक हिंदू विरोध से भरा हुआ है कि उसे कल्पना में तो हिंदू चरमपंथ दिखाई देता है, मगर यथार्थ में पूरे यूरोप में बढ़ रही अन्य कट्टरपंथी घटनाएं नहीं दिखती हैं।
वहीं कुछ लोगों ने ऐसे शीर्षकों पर चटखारे भी लिए। एक यूजर ने एसोसिएट प्रेस का समाचार रीपोस्ट करते हुए लिखा कि “ban cars” अर्थात कारों को प्रतिबंधित करो।
एक यूजर ने गार्डियन को संबोधित करते हुए लिखा कि मीडिया हाउस यह जानता है कि एक आदमी ने इस घृणित काम को किया है, फिर भी यह अपमानजनक नेरटिव क्यों दिया जा रहा है?
Hey @guardian
I’m pretty sure a “dark BMW” didn’t decide to drive into a crowd enjoying their Christmas market.
You know as well as we do that a man who was arrested at the scene was responsible for this atrocity so give the insulting narrative a rest. pic.twitter.com/jP1tKNvcI9— Cold957 (@cold957) December 20, 2024
यह बहुत हैरान करने वाली बात है कि पूरी दुनिया में सच की बात करने वाले सच्चाई के कथित ठेकेदार सच को क्यों नहीं लिख रहे हैं? क्या कार खुद ही चलकर लोगों को रौंद सकती है? क्या कार खुद जाकर भीड़ में घुस सकती है? नहीं! यह स्पष्ट है कि कार को कोई चलाएगा ही। जब कोई चलाएगा तभी कार चलेगी।
एक यूजर ने बीबीसी का एक वीडियो साझा किया। जिसमें बीबीसी में आए दो मेहमान यह चर्चा कर रहे हैं कि आखिर 50 वर्षीय सऊदी अरबी डॉक्टर ने आखिर यह हमला क्यों किया। एक ने कहा कि हो सकता है कि उसकी नौकरी चली गई हो या फिर उसका तलाक हो गया हो। एक ने हैरानी जताई कि आखिर बाजार में ऐसा कोई कंक्रीट बालर्ड क्यों नहीं था, जो कार को भीड़ में जाने से रोक देता।
Cannot believe what I’ve just heard on the BBC.
Two guests, back to back, speculate why this 50-year-old Saudi Arabian committed this attack on the Magdeburg Christmas Market.
Neither mention Islam. Instead, they suggest he might have lost his job, or been divorced.
We cannot… pic.twitter.com/UhbCUR1DRF
— Connor Tomlinson (@Con_Tomlinson) December 20, 2024
वहीं हमलावर Talib Abd AlMohsen को लेकर एक और बड़ा समाचार आ रहा है। वह यह कि वह सऊदी से भगोड़ा अपराधी है। और सऊदी ने जर्मनी से अनुरोध किया था कि वह उसे वापस भेज दें, क्योंकि उसमें चरमपंथ की प्रवृत्ति है।
सऊदी के एक पत्रकार ने सुल्तान अल नेफे (sultanalnefaie) ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “सऊदी सरकार ने तालिब अब्दुलमोहसेन को चेतावनी दी थी कि उनमें चरमपंथी प्रवृत्तियाँ हैं, लेकिन जर्मनी ने उन्हें असंतुष्ट या विरोधी के रूप में राजनीतिक शरण दी। यह वह समस्या है जिसके बारे में हम 11 सितंबर से बात कर रहे हैं”
The Saudi government warned Talib Abdulmohsen that he had extremist tendencies, but Germany gave him political asylum as a dissident or opponent. This is the problem we’ve talked about since September 11 👌🏻#Magdeburg #Magdeburgo #Germanynews #Muslime #Saudi #Germany #Araber pic.twitter.com/8GVW76PDkN
— سلطان النفيعي (@sultanalnefaie) December 21, 2024
एक और पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें एक सऊदी लड़की के हवाले से यह दावा किया जा रहा है कि उसने सितंबर 2023 में ही तालिब के खतरे के बारे में जर्मनी की पुलिस को बताया था कि वह लोगों पर कार चढ़ाने वाला है।
मगर जर्मनी की पुलिस ने इस पर ध्यान नहीं दिया। और इस रिपोर्ट से एक महीने पहले तालिब ने 20 जर्मन नागरिकों को मारने की धमकी के साथ ट्वीट किया था और इसी लड़की ने पुलिस को रिपोर्ट की थी, मगर पुलिस ने अनदेखा किया था।
🔴Saudi girl living in #Germany reported to the German police in September 2023 about the danger of a man called Talib Abd AlMohsen, who was planning to run people over with his car.
The German police ignored the report and acted in a stupid bureaucratic manner.
A month… pic.twitter.com/tjCyR6ENtz
— غـطــاس 🤿 (@Moraqeb2020) December 21, 2024
उसके विषय में ऐसा भी सोशल मीडिया में आया है कि वह सऊदी का शिया पृष्ठभूमि का नास्तिक था। वह 2006 से जर्मनी में राजनीतिक शरणार्थी के रूप में शरण लिए हुए था। वह पश्चिमी देशों में लड़कियों की दलाली का काम करता था और उसने खाड़ी की कई लड़कियों को देह व्यापार में धकेला। उसकी एक पीड़िता “रीमा” ने वर्ष 2023 में आत्महत्या कर ली थी।
Talib AbdulMohsen is an apposition & Ex Shiaa Saudi atheist who runs pimping network in Western countries and has groups through which he attracts young girls from Gulf, he makes them work as prostitutes and one of his famous victims is the girl “Rima” committed suicide in 2023.
— BroZz 🇸🇦 (@gobrozzz) December 20, 2024
सोशल मीडिया पर तालिब के बारे में कई जानकारियाँ निकलकर आ रही हैं, मगर सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या ये तमाम जानकारियाँ मीडिया के पास नहीं थीं? मगर मीडिया यह सब नहीं बता रहा है। वह ऐसा क्यों नहीं कर रहा है। वह तो कार को दोषी ठहरा रहा है। मगर एलन मस्क से लेकर अमेरिका के उपराष्ट्रपति के रूप में नामित जेडी वेंस यही पूछ रहे हैं कि “कार कौन चला रहा था?”
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