कोलकाता । पश्चिम बंगाल और असम पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में अंसार-अल-इस्लाम (बांग्लादेश) से जुड़े आठ संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। ये संदिग्ध आतंकी भारत के उत्तर-पूर्व को शेष भारत से जोड़ने वाले सिलीगुड़ी कॉरिडोर (चिकन नेक) पर बड़े हमले की साजिश रच रहे थे।
सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर बड़ा हमला रोकने में सफलता
रातभर चली पूछताछ में पता चला कि ये आतंकी सिलीगुड़ी कॉरिडोर में समन्वित हमले की योजना बना रहे थे, जिससे भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों का संपर्क बाधित हो सके।
महत्वपूर्ण हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं पर हमला : पुलिस के अनुसार, ये संगठन पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत के प्रमुख हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं को निशाना बनाना चाहता था।
2015 जैसी साजिश : बांग्लादेश में 2015 में एक ब्लॉगर की हत्या के पैटर्न पर हमले की योजना बनाई जा रही थी।
पुलिस ने क्या बरामद किया?
पश्चिम बंगाल पुलिस के एडीजी सुप्रतिम सरकार ने बताया कि संदिग्धों के पास से 16 जीबी पेन ड्राइव, जिहादी साहित्य, और फर्जी पहचान पत्र बरामद हुए हैं।
संदिग्ध आतंकी मुर्शिदाबाद और अलीपुरद्वार जिलों में अपना आधार स्थापित कर रहे थे। उनका उद्देश्य उत्तर और दक्षिण बंगाल के साथ उत्तर-पूर्वी राज्यों में अस्थिरता फैलाना था।
गिरफ्तारी के बाद बड़ी साजिश का खुलासा
ये गिरफ्तारियां पश्चिम बंगाल, केरल और असम पुलिस के संयुक्त अभियान में हुईं। मुर्शिदाबाद से पकड़े गए दो संदिग्धों ने खुलासा किया कि यह संगठन अगस्त से सक्रिय था। मुर्शिदाबाद को संगठन ने अपने ट्रांजिट रूट के रूप में इस्तेमाल किया।
मुर्शिदाबाद : आतंकी संगठनों का नया गढ़
एडीजी सुप्रतिम सरकार ने बताया कि मुर्शिदाबाद अब अंसार-अल-इस्लाम जैसे प्रतिबंधित संगठनों का मुख्य ठिकाना बनता जा रहा है। यह इलाका आतंकी संगठनों के भारत में प्रवेश का प्रमुख मार्ग बन चुका है। पुलिस ने इस क्षेत्र में अपनी जांच तेज कर दी है और अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।
बड़ी सफलता के रूप में देखी जा रही है गिरफ्तारी
अंसार-अल-इस्लाम के संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी भारत की सुरक्षा एजेंसियों की एक बड़ी सफलता के रूप में देखी जा रही है। यह गिरफ्तारी पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में आतंकी गतिविधियों को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस का कहना है कि इस ऑपरेशन से भारत में आतंकी गतिविधियों के नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी। इससे न केवल सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर होने वाले संभावित हमले को रोका गया है, बल्कि आतंकी संगठनों के नेटवर्क को कमजोर करने में भी मदद मिली है।
सौजन्य – सिंडिकेट फीड
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