पंजाब में बीते 26 दिनों में पुलिस थानों पर 7 ग्रेनेड हमले हो चुके हैं। शुरु-शुरु में इन्हें सामान्य अपराध माना जा रहा था परन्तु अब यह धमाके डराने लगे हैं। गुरुवार सुबह करीब 4 बजे गुरदासपुर के बख्शीवाला पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला हुआ। अब गृह मंत्रालय ने पंजाब डीजीपी गौरव यादव से इन ग्रेनेड हमलों के पीछे के अब तक के इनपुट मांगे हैं। पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पुलिस को खालिस्तानी आतंकी संगठनों द्वारा बड़े हमले को लेकर आशंका जताई है। इसी कड़ी में चंडीगढ़ में पंजाब पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वरिष्ठ अधिकारी मानते हंै कि प्रदेश में पुलिस थानों और चौकियों पर ग्रेनेड हमला कर खालिस्तानी आतंकी संगठन सीधे तौर पर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं।
दरअसल इन हमलों के जरिए आतंकी संगठन प्रदेश के लोगों में न केवल डर का माहौल बनाना चाहते हैं, बल्कि स्पष्ट तौर पर यह संदेश भी देना चाहते हैं कि अगर पंजाब के थाने-चौकियों के साथ पुलिस सुरक्षित नहीं है तो जनता कैसे सुरक्षित होगी। माना जा रहा है कि कनाडा में 18 जून 2023 को हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से बब्बर खालसा इंटरनेशन, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स, खालिस्तार टाइगर फोर्स और अन्य संगठन भारत में विशेषकर खालिस्तानी आतंक को जिंदा रखने के लिए अपने स्लीपर सेल्स को इन ग्रेनेड हमलों के साथ न केवल एक्टिव कर रहे हैं, इन हमलों की आड़ में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का बदला लेने के लिए भी बड़ी प्लानिंग की जा रही है। पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि गृह मंत्रालय के साथ लगातार ग्रेनेड हमलों को लेकर इनपुट साझा किए जा रहे हैं, जल्द ही हमले में इस्तेमाल किए जा रहे एक्सपलोसिव यानी ग्रेनेड की फॉरेंसिक रिपोर्ट भी साझा की जाएगी।
ज्ञात रहे कि पंजाब में बम हमलों का क्रम गत दो-तीन सालों से जारी है परंतु अब इसमें यकायक तेजी आई है। नवंबर 2021 में सीआईए नवांशहर ऑफिस पर ग्रेनेड हमला और पठानकोट आर्मी कंटोनमेंट एरिया के त्रिवेणी गेट के पास हमला और 9 मई 2022 को मोहाली स्थित पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर आरपीजी हमला हुआ। इसी तरह 10 दिसंबर 2022 को तरनतारन में सरहाली पुलिस थाने पर आरपीजी हमला हुआ था।
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