रुद्रप्रयाग । श्री केदारनाथ धाम के निकट स्थित श्री भैरवनाथ मंदिर में एक वायरल वीडियो ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। वीडियो में एक व्यक्ति जूतों के साथ मंदिर परिसर में घूमते हुए और हाथ में पकड़े डंडे से मूर्तियों के साथ छेड़छाड़ करते हुए दिखाई दे रहा है। इस घटना ने श्रद्धालुओं और आम जनता में आक्रोश पैदा कर दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए रुद्रप्रयाग पुलिस ने तेजी से जांच करते हुए संबंधित व्यक्ति, ठेकेदार और कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
वायरल वीडियो का विवरण
सोशल मीडिया पर 17 दिसंबर 2024 को वायरल हुए इस वीडियो में श्री भैरवनाथ मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाई गई, जिसमें एक मजदूर मंदिर की मर्यादा का उल्लंघन करते हुए जूते पहनकर परिसर में प्रवेश करता है। इसके अलावा, वीडियो में वह व्यक्ति मूर्तियों के साथ डंडे से छेड़छाड़ करते हुए भी देखा गया।
पुलिस की कार्रवाई
वीडियो के वायरल होने के तुरंत बाद रुद्रप्रयाग पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि वीडियो थोड़ा पुराना है और वीडियो में दिख रहा व्यक्ति केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में लगी गावर कंपनी का मजदूर है।
आरोपियों पर दर्ज हुआ मामला
पुलिस ने कोतवाली सोनप्रयाग में मामला दर्ज कर लिया है। मामला मु.अ.सं. 73/2024 के तहत दर्ज किया गया है और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ धारा 298 (धार्मिक भावनाओं को आहत करना) और धारा 331 (गृहभेदन और छेड़छाड़) के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है।
इसके अलावा, इस मामले में संबंधित ठेकेदार और कंपनी के कर्मचारी को भी जिम्मेदार ठहराते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने जानकारी दी है कि विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है और जल्द ही आरोपी मजदूर और अन्य संबंधित व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस का बयान
रुद्रप्रयाग के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा, “धार्मिक स्थलों की मर्यादा बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। ऐसे कृत्य किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। जनपद पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की है और आरोपियों को जल्द से जल्द न्याय के दायरे में लाया जाएगा।”
श्रद्धालुओं में आक्रोश
इस घटना ने केदारनाथ और भैरवनाथ मंदिर से जुड़े श्रद्धालुओं के बीच नाराजगी पैदा कर दी है। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
गावर कंपनी की भूमिका
केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में लगी गावर कंपनी की जिम्मेदारी पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। कंपनी द्वारा नियुक्त मजदूरों के इस कृत्य ने पुनर्निर्माण कार्यों के संचालन पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रशासन का कड़ा संदेश
पुलिस और प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि धार्मिक स्थलों की पवित्रता और मर्यादा से समझौता करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें।
वहीं श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
टिप्पणियाँ