उत्तराखंड : देहरादून में संदिग्ध बांग्लादेशी और रोहिंग्या की मौजूदगी, क्या है इनके यहां बसने का मकसद.?
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तराखंड

उत्तराखंड : देहरादून में संदिग्ध बांग्लादेशी और रोहिंग्या की मौजूदगी, क्या है इनके यहां बसने का मकसद.?

देहरादून में संदिग्ध बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों की मौजूदगी की जानकारी मिलने पर पुलिस ने सत्यापन अभियान शुरू किया। पूछताछ में यह खुद को असम और बंगाल का निवासी बता रहे हैं। अब तक 177 परिवारों की पहचान हुई, जिनमें 75 संदिग्ध पूछताछ के दायरे में।

by दिनेश मानसेरा
Dec 18, 2024, 03:20 pm IST
in उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

देहरादून । राजधानी देहरादून और उसके आसपास के इलाकों में बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों की मौजूदगी को लेकर पुलिस ने सघन सत्यापन अभियान शुरू किया है। इस अभियान में बड़ी संख्या में बंगाल और असम के मूल निवासियों के तौर पर पहचाने जा रहे संदिग्ध लोग सामने आए हैं। इन लोगों के उत्तराखंड जैसे शांतिपूर्ण राज्य में आने और झुग्गियां बसाने के कारणों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने भी राज्य पुलिस से इस विषय पर रिपोर्ट मांगी है।

सत्यापन अभियान की शुरुआत

उत्तराखंड पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजेय सिंह ने जानकारी दी कि सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए देहरादून के शहरी और ग्रामीण इलाकों में सत्यापन अभियान शुरू किया गया है। उन्हें कुछ संवेदनशील इनपुट्स मिले थे, जिनमें बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों के कुछ स्थानों पर होने की सूचना दी गई थी। इस इनपुट के आधार पर पुलिस ने 9 थाना क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाया।

पुलिस अधीक्षक नगर, विकासनगर और ऋषिकेश के नेतृत्व में पुलिस की टीमों ने मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों और मलिन बस्तियों में गहन छानबीन की। अभियान के तहत लगभग 1004 बाहरी व्यक्तियों के दस्तावेज और पहचान पत्र सत्यापित किए गए।

177 परिवारों की पहचान

सत्यापन अभियान के दौरान पुलिस ने पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी, मुर्शिदाबाद, 24 परगना और असम के बरपेटा, गोलपारा और बुगईगांव जिलों के मूल पते वाले लगभग 177 परिवारों की पहचान की। इनमें से 75 संदिग्ध व्यक्तियों को पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने बुलाया। इनसे आवश्यक पूछताछ की जा रही है और उनके डेटा का संकलन कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

संदिग्ध प्रवासियों की उपस्थिति 

पुलिस के अनुसार, इन प्रवासियों का झुग्गी-झोपड़ियां बनाकर बसना और बिना किसी ठोस प्रमाण के खुद को असम और बंगाल के निवासी बताना गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। सवाल यह है कि ये लोग इतने दूर उत्तराखंड में क्यों आकर बस रहे हैं? क्या ये केवल प्रवासी मजदूर हैं या फिर बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिक हैं, जो किसी षड्यंत्र के तहत यहां पहुंच रहे हैं?

गृह मंत्रालय की निगरानी

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने पुलिस प्रशासन से इस विषय पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पुलिस द्वारा जुटाए गए डेटा और जानकारी को मंत्रालय को सौंपा जाएगा। इसके बाद उच्च स्तर पर इस पर निर्णय लिया जाएगा।

सुरक्षा के लिए कठोर कदम

एसएसपी अजेय सिंह ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान राज्य की सुरक्षा के दृष्टिकोण से चलाया जा रहा है। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और पूरी सतर्कता के साथ मामले की जांच की जा रही है। पुलिस टीम हर संदिग्ध व्यक्ति का पूरा डेटा तैयार कर रही है ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके।

स्थानीय निवासियों की चिंता

इस मामले ने स्थानीय निवासियों के बीच चिंता बढ़ा दी है। देहरादून जैसे शांत और सुरक्षित क्षेत्र में बाहरी और संदिग्ध प्रवासियों की उपस्थिति को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं। कई लोगों ने मांग की है कि प्रशासन इस मामले में पूरी गंभीरता से जांच करे और जरूरत पड़ने पर कठोर कदम उठाए।

उत्तराखंड जैसे पहाड़ी और सीमावर्ती राज्य में बाहरी और संदिग्ध व्यक्तियों की उपस्थिति न केवल राज्य की सुरक्षा को चुनौती देती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि राज्य में घुसपैठ की घटनाएं बढ़ रही हैं। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य न केवल राज्य की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि किसी भी प्रकार का अवैध गतिविधि का संचालन न हो।

Topics: उत्तराखंड में रोहिंग्याDehradun police verificationRohingya in Uttarakhandsuspicious migrants Dehradunदेहरादून सत्यापन अभियानDehradun slumsबांग्लादेशी रोहिंग्या उत्तराखंडDehradun security driveदेहरादून पुलिस सत्यापनBangladeshi Rohingya verificationसंदिग्ध प्रवासी देहरादूनदेहरादून झुग्गी बस्तियाँदेहरादून सुरक्षा अभियानबांग्लादेशी रोहिंग्या सत्यापनDehradun verification driveBangladeshi Rohingya Uttarakhand
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ऑपरेशन सिंदूर के बाद देहरादून में हाई अलर्ट : पुलिस ने चलाया सघन सत्यापन अभियान

दरगाह

उत्तराखंड : मानिला मंदिर शक्तिपीठ के निकट बना दी मजार, किसने दी इजाजत ?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies