उत्तर प्रदेश

संभल के बाद वाराणसी के मुस्लिम बाहुल्य इलाके में बंद मिला 150 वर्षों से भी पुराना मंदिर, ताला खुलवा कर पूजा पाठ की मांग

मंदिर को 250 वर्षों पुराना बताया गया है। मंदिर के अंदर मिट्टी भरी हुई है।

Published by
अमित मुखर्जी

वाराणसी: मंदिरों की नगरी काशी में मुस्लिम इलाके मदनपुरा में करीब 40 वर्षों से बंद पड़ा मंदिर मिला है। सोशल मीडिया पर मंदिर की फोटो तेजी से वायरल हुई। मंदिर की सूचना मिलते ही सनातन रक्षक दल के सदस्य मौके पर पहुंच गए। मुस्लिम इलाका होने के नाते मामले की जानकारी दशाश्वमेध थाने को दे दी गई। सनातन रक्षक दल के अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि मंदिर को लेकर कोई विवाद नहीं है। किसी समय इस क्षेत्र में हिंदुओं की संख्या काफी थी।

धीरे–धीरे मुस्लिमों ने जमीन और मकानों को खरीदना शुरू कर दिया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मकान को खरीद लिया तो मंदिर की देखभाल करने वाले लोग भी कहीं और शिफ्ट हो गए होंगे।

अजय शर्मा ने बताया कि मंदिर में ताला किसने लगाया है, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट सोमवार दोपहर में तेजी से वायरल हुआ। जिसमें मंदिर के तस्वीरों के साथ लिखा गया कि ध्यान दीजिए। यह मंदिर मदनपुरा में मकान नंबर डी – 31 चबूतरे के पास है। मंदिर को 250 वर्षों पुराना बताया गया है। मंदिर के अंदर मिट्टी भरी हुई है।

आसपास रहने वाले लोगों को भी नहीं पता कि मंदिर कितना प्राचीन है। बताया जा रहा है कि पुष्पदंतेश्वर से दक्षिण परम सिद्धिप्रद सिद्धेश्वर मंदिर है। मंदिर के पास सिद्धार्थ कूप की बात भी सामने आ रही है। मंदिर को खुलवा कर पूजा पाठ करने की बात चल रही है। दशाश्वमेध थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि एक मंदिर बहुत दिनों से बंद पड़ा मिला है। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने के नाते हिंदुओं का आना जाना कम होता है। फिलहाल, कोई विवाद मंदिर को लेकर नहीं है।

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