संभल: मंदिर के पास कुएं की खुदाई में मिलीं खंडित मूर्तियां और स्वास्तिक लिखी ईंटें
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

संभल: मंदिर के पास कुएं की खुदाई में मिलीं खंडित मूर्तियां और स्वास्तिक लिखी ईंटें

संभल जिले के खग्गू सराय इलाके में स्थित प्राचीन शिव मंदिर को 1978 में हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद बंद कर दिया गया था। पुलिस-प्रशासन ने हाल ही में इस मंदिर का खुलासा किया और इसके पास स्थित कुएं की खुदाई के दौरान कुछ महत्वपूर्ण चीजें मिलीं।

by Mahak Singh
Dec 16, 2024, 04:12 pm IST
in उत्तर प्रदेश
संभल में कुएं की खुदाई के दौरान खंडित मूर्तियां मिलीं

संभल में कुएं की खुदाई के दौरान खंडित मूर्तियां मिलीं

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

उत्तर प्रदेश का संभल जिला हाल ही में एक दिलचस्प और ऐतिहासिक घटना के कारण चर्चा में है। यहां के खग्गू सराय इलाके में एक प्राचीन शिव मंदिर और उसके पास स्थित कुएं की खुदाई के दौरान कई ऐतिहासिक धरोहरें सामने आई हैं। यह मंदिर और कुआं 46 साल से अतिक्रमण के कारण दबे हुए थे लेकिन अब जब इन्हें फिर से खोला गया है तो कई मूर्तियां और स्वास्तिक लिखी ईंटें मिलीं।

मंदिर और कुएं की खुदाई में क्या मिला?

संभल जिले के खग्गू सराय इलाके में स्थित इस प्राचीन शिव मंदिर को 1978 में हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद बंद कर दिया गया था। पुलिस-प्रशासन ने हाल ही में इस मंदिर का खुलासा किया और इसके पास स्थित कुएं की खुदाई के दौरान कुछ महत्वपूर्ण चीजें मिलीं। खुदाई में पार्वती, गणेश और कार्तिकेय/लक्ष्मी जी की मूर्तियां निकलीं साथ ही स्वास्तिक के निशान वाली तीन ईंटें मिलीं। स्थानीय हिंदू समुदाय में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने ढोल-नगाड़ों के साथ पूजा-अर्चना की।

मूर्ति मिलने के बाद इस क्षेत्र के इतिहास को लेकर एक नई चर्चा शुरू हो गई है। स्थानीय लोग दावा कर रहे हैं कि कुएं में और भी महत्वपूर्ण ऐतिहासिक चीजें छिपी हो सकती हैं, जो आने वाले समय में और भी खुदाई में सामने आ सकती हैं। इस दौरान स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों ने कार्बन डेटिंग के माध्यम से इन मूर्तियों और अन्य चीजों की सटीक उम्र जानने की मांग की है, ताकि इनके इतिहास को सही तरीके से समझा जा सके।

संभल में 1978 में हुए सांप्रदायिक दंगे और उसके बाद की हिंसा ने पूरे इलाके की सामाजिक और सांस्कृतिक धारा को बदल दिया। इस दंगे को ‘फड़ कांड’ के नाम से जाना जाता है, जिसमें हिंसा के कारण कई हिंदू परिवारों को अपना घर छोड़कर पलायन करना पड़ा। उस वक्त के बाद इस मंदिर और कुएं में अतिक्रमण हुआ और उन्हें दबा दिया गया। हालांकि, अब प्रशासन ने इस मंदिर को फिर से खोला और कुएं की खुदाई की प्रक्रिया शुरू की है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया

संभल में मंदिर के पुनः उद्घाटन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह मंदिर हमारी सनातन विरासत और हमारे इतिहास का प्रतीक है, जो दशकों तक दबा रहा। उन्होंने यह भी कहा कि इतने सालों बाद भी दंगों के दोषियों को न्याय क्यों नहीं मिला?

मंदिर को फिर से खोलने के बाद पूजा-अर्चना का सिलसिला शुरू हो गया है। स्थानीय हिंदू समुदाय ने इस अवसर पर भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना की। मंदिर के पास मिले मूर्तियों और स्वास्तिक के निशान ने इस स्थान को धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व का बना दिया है। इस बीच पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है ताकि खुदाई के दौरान और बाद में किसी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।

Topics: Sambhal shiv mandir wellSambhal mandir excavationSambhal mandir photosसंभल मंदिरsambhal mandirSambhal Broken idolsSambhal bricks with Swastika writtenSambhal history
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

बीच सड़क पर मारे गए हिंदू, संभल लौटे शख्स ने बताया दर्दनाक सच

मेरठ में 42 साल से बंद पीपलेश्वर शिव मंदिर

42 साल से बंद पीपलेश्वर शिव मंदिर: आरती करने पर पुजारी की हत्या, पीपल के पेड़ को जलाने की कोशिश, मंदिर खंडहर में तब्दील

संभल में मंदिर के पास कुएं से निकली खंडित मूर्ति, सोमवार को जलाभिषेक करने पहुंचे थे श्रद्धालु

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Kolhapuri Slippers Dispute

कोल्हापुरी चप्पल विवाद: चोरी की ये कहानी है पुरानी

प्रतीकात्मक तस्वीर

फ्री इलाज के लिए बनवाएं आयुष्मान कार्ड, जानें जरूरी डाक्यूमेंट्स और पूरा प्रोसेस

Tarrif War and restrictive globlization

प्रतिबंधात्मक वैश्वीकरण, एक वास्तविकता

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

फोटो साभार: लाइव हिन्दुस्तान

क्या है IMO? जिससे दिल्ली में पकड़े गए बांग्लादेशी अपने लोगों से करते थे सम्पर्क

Donald Trump

ब्राजील पर ट्रंप का 50% टैरिफ का एक्शन: क्या है बोल्सोनारो मामला?

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies