‘मैं केंद्र सरकार से ये अनुरोध करता हूं कि वह किसी भी विपक्षी के विरोध के आगे न झुके। विपक्ष के सामने झुके बिना केंद्र सरकार संसद के इसी सत्र में वक्फ संशोधन विधेयक-2024 को पारित करे।’ वक्फ बोर्ड की मनमानियों का जिक्र करते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने कही है।
रिपोर्ट के अनुसार राज ठाकरे लातूर जिले के 103 किसानों की जमीनों पर वक्फ बोर्ड द्वारा किए गए दावे को लेकर बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान अनुच्छेद 370 को हटाया, तीन तलाक पर रोक लगाया और राम मंदिर बनाने जैसे उल्लेखनीय कदम उठाए हैं। इस पर मनसे को गर्व है। राज ठाकरे ने मुख्य तौर पर लातूर की घटना का जिक्र किया और कहा कि लातूर के अहमदपुर तालुका के तालेगांव से आई खबर चौंकाने वाली है। गांव की कुल कृषि भूमि का करीब 75 फीसदी हिस्सा वक्फ बोर्ड ने अपने कब्जे में लिया है, जिस कारण से 103 किसानों की आजीविका खतरे में पड़ गई है।
मनसे चीफ का कहना है कि हालांकि, राज्य सरकार ये कहती है कि वो किसी भी किसान के साथ अन्याय नहीं होने देगी, लेकिन नाकाफी है। राज ठाकरे के मुताबिक, ये सवाल किसानों की जमीन का नहीं, बल्कि वक्फ बोर्ड के उस आतंक पर लगाम लगाने का है, जो कि पिछले कई वर्षों से मनमाने तरीके से वक्फ प्रबंधन के नाम पर फैलाया जा रहा है।
महाविकास आघाड़ी पर भी साधा निशाना
यहीं नहीं मनसे प्रमुख ने ये भी कहा कि जब कुछ माह पहले केंद्र सरकार ने वक्फ एक्ट संशोधन प्रस्ताव पेश किया था तो उस दौरान मुस्लिम बहुल विपक्षी पार्टियों ने संसद में भ्रम पैदा किया, जिससे सरकार को इसे जेपीसी के पास भेजना पड़ा। ये कहने की आवश्यकता नहीं है कि महाविकास आघाड़ी भी इस बिल के खिलाफ थी। राज ठाकरे कहते हैं कि वक्फ संशोधन अधिनियम में कुछ भी गलत नहीं है।
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