उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में गायों के कंकाल मिलने की घटना ने पूरे इलाके को हिला दिया। मथुरा में लगभग 40 गायों के कंकाल पाए गए। इस घटना से स्थानीय निवासियों और गौसेवा संगठनों में आक्रोश फैल गया। मथुरा-वृंदावन मार्ग पर पीएमवी पॉलिटेक्निक के पास बड़ी संख्या में गायों के अवशेष मिलने के बाद, ग्रामीणों ने सड़क पर कंकाल रखकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के कारण करीब 2 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने और जाम हटाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रही। तीन घंटे तक चले इस गतिरोध के बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान 4-5 प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
प्रदर्शनकारियों की मांग
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि गौशालाओं में गायों की उचित देखभाल नहीं की जा रही है। उनका आरोप है कि नगर निगम और स्थानीय प्रशासन को पहले ही सूचित किया गया था, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा-
“क्या इस तरह गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाएगा? गौशाला संचालकों को इस दुर्व्यवहार के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।”
गौसेवकों और गोरक्षा संगठनों की प्रतिक्रिया
गौसेवा संगठनों ने सभी गौशालाओं का निरीक्षण कराने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि गौशालाओं में गायों की हालत चिंताजनक है। गौरक्षा विभाग के संगठन मंत्री ने कहा:
“गायों की यह दुर्दशा देखकर हम चुप नहीं बैठ सकते। दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस ने गायों के कंकालों को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। नगर निगम को निर्देश दिया गया है कि मृत गायों का सम्मानजनक अंतिम संस्कार किया जाए। प्रशासन ने कहा है कि मामले की विस्तृत जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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