उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने अपना धर्म छिपाकर नोएडा की एक युवती से शादी की। शादी के बाद धर्म परिवर्तन के दबाव, गर्भपात और हत्या के प्रयास जैसे संगीन आरोप लगने के बाद युवक और उसके साथियों पर कड़ी कार्रवाई हुई। भाजपा ने आरोपी ताबिश असगर समेत छह लोगों को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
क्या है पूरा मामला?
नोएडा में रहने वाली शाहजहांपुर की एक युवती की मुलाकात लगभग चार साल पहले विशाल राणा नामक युवक से हुई। विशाल ने खुद को अमरोहा निवासी और राजपूत हिंदू बताया। दोनों के बीच दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। इसके बाद 22 फरवरी 2023 को गाजियाबाद में हिंदू रीति-रिवाजों से दोनों की शादी हुई। युवती के परिवार ने भी इस शादी में हिस्सा लिया।
शादी के बाद, विशाल राणा ने युवती को कोर्ट मैरिज का झांसा देकर हाईकोर्ट ले जाकर लिव-इन रिलेशनशिप के लिए याचिका दाखिल कर दी। याचिका के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के दौरान युवती को पता चला कि विशाल राणा का असली नाम ताबिश असगर है।
जबरन धर्म परिवर्तन
युवती के मुताबिक, जब उसने ताबिश के असली नाम और पहचान का विरोध किया, तो उसने इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। विरोध करने पर उसने युवती का जबरन गर्भपात कराया और बाद में उसे पहाड़ से धक्का देकर जान से मारने की कोशिश की।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
परेशान होकर युवती अपने मायके लौट गई और गौतमबुद्ध नगर के सेक्टर-113 थाने में ताबिश असगर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को 3 दिसंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी के भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा से जुड़े होने की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। ताबिश की भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ तस्वीरें भी सामने आईं। इस घटना से पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ी। भाजपा ने ताबिश असगर और उसके पांच सहयोगियों – अली रजा बब्लू, वसीम परवेज, गुलाम अस्करी भुट्टू, निसार हैदर और काशिफ रोनी – को पार्टी से निष्कासित कर दिया। अमरोहा भाजपा के जिला अध्यक्ष उदयगिरि गोस्वामी ने स्पष्ट किया कि ताबिश ने धोखाधड़ी से पार्टी की सदस्यता ली थी।
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