सर्दियों के मौसम में शरीर को गर्म और रोगमुक्त रखने के लिए पहाड़ी लहसुन (हिमालयन गार्लिक) एक बेहतरीन सुपरफूड है। इसे सफेद लहसुन से ज्यादा गुणकारी माना जाता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और रोग प्रतिरोधक गुण प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसकी उपयोगिता न केवल पारंपरिक चिकित्सा में है बल्कि आधुनिक विज्ञान भी इसके फायदे मानता है।
पहाड़ी लहसुन में सल्फर और एलिसिन जैसे तत्व होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। यह सर्दी, खांसी और फ्लू जैसे सामान्य संक्रमणों से बचाव करता है।
यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
सर्दियों में होने वाले जोड़ों के दर्द और सूजन के लिए पहाड़ी लहसुन फायदेमंद है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
पहाड़ी लहसुन पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे गैस, अपच और कब्ज में राहत देता है।
यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने का काम करता है और लिवर को स्वस्थ रखता है।
(इस लेख में दी गई जानकारी और सुझावों को अमल में लाने से पहले पाठक किसी डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।)
Leave a Comment