देश के हर कोने से वक्फ बोर्ड के कब्जे की खबरें लगभग रोज आ रही हैं। कभी वह किसी गांव पर दावा ठोक देता है तो कभी किसान की जमीन पर। कभी मंदिर पर तो कभी लुटियंस जोन इलाके पर भी। अब पता चला है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की 250 संपत्तियों पर वक्फ बोर्ड कब्जा जमाए बैठा है। इस संबंध में इंडियन एक्सप्रेस में एक रिपोर्ट आई है। बताया जा रहा है कि एएसआई इस मुद्दे को वक्फ बोर्ड को लेकर बनी संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष रखेगा।
एएसआई इन सभी स्मारकों पर अपना नियंत्रण लेने की कोशिश करेगी। पहले यह संख्या 120 बताई गई थी, लेकिन अब जांच कराने पर यह आंकड़ा 250 पहुंचा है। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में जामा मस्जिद, दिल्ली के आरके पुरम में छोटी गुमटी मकबरा, हौज खास मस्जिद और ईदगाह इसमें शामिल हैं।
समुद्र किनारे की जमीन पर भी दावा
केरल के एर्नाकुलम जिले के मुनम्बम में 404 एकड़ जमीन पर वक्फ ने दावा किया है। अरब सागर के किनारे बसे इस इलाके में लोगों ने जमीन फारूक कॉलेज प्रबंधन से खरीदी थी लेकिन 2019 में वक्फ बोर्ड ने इसे अपनी संपत्ति के रूप में पंजीकृत कर लिया। अब वक्फ बोर्ड इन परिवारों को बेदखल करने की मांग कर रहा है।
कर्नाटक में भी ठोका दावा
कर्नाटक में भी लोग वक्फ के परेशान हैं। मैसूर जिले के मुनेश्वरनगर में 101 संपत्तियों पर वक्फ ने दावा ठोका है। कर्नाटक वक्फ बोर्ड ने मैसूर के मुनेश्वरनगर में संपत्तियों पर अपना दावा ठोका। इन जमीनों पर मालिकाना हक जताते हुए 101 परिवारों को नोटिस जारी कर दिया।
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