छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में धर्म परिवर्तन के दबाव से तंग आकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली। यह घटना अर्जुनी थाना क्षेत्र के पोटियाडीह गांव की है, जहां 30 वर्षीय लीनेश साहू ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। मरने से पहले लीनेश ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस के जरिए अपने दर्द और परेशानी को सबके सामने रखा।
फांसी लगाने से पहले लीनेश ने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा- ‘मैं अपनी पत्नी से परेशान हूं। मेरी सास, साली और ससुराल वाले मुझ पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे हैं। पत्नी रातभर ईशा मसीह का नाम लेकर मुझे परेशान करती है। ससुराल में भी मुझे धर्म बदलने को कहा जाता है।’
लीनेश ने आगे बताया कि ससुराल पक्ष ने उसकी पत्नी की शिक्षा को लेकर झूठ बोला। उन्होंने कहा था कि पत्नी 12वीं तक पढ़ी है, जबकि वह सिर्फ 8वीं पास थी। इसके अलावा, उसने यह भी लिखा कि वह अपनी आय का अधिकांश हिस्सा पत्नी को देता था लेकिन इसके बावजूद उसे कभी सम्मान नहीं मिला।
लीनेश पाटियाडीह गांव में टेलरिंग का काम करता था। उसके परिवार ने बताया कि वह अपनी शादीशुदा जिंदगी को लेकर काफी तनाव में था। घटना के दिन जब परिजनों ने उसे फंदे पर लटका देखा, तो तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मोबाइल फोन जब्त कर जांच शुरू की।
लीनेश के स्टेटस से पता चलता है कि उसके ससुराल वाले उस पर लगातार धर्म परिवर्तन का दबाव डाल रहे थे। वह ससुराल में खाना भी नहीं खाता था, क्योंकि वहां उसे अपनी आस्था छोड़ने के लिए मजबूर किया जाता था। ससुराल वाले उसे समझाते थे कि यदि वह धर्म परिवर्तन कर ले, तो उसके माता-पिता को भी उनके धर्म में शामिल कर लेंगे।
पुलिस की जांच
मामले में डीएसपी नेहा पवार ने बताया कि पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। पुलिस मृतक के परिवार और ससुराल पक्ष से पूछताछ कर रही है।
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