बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस की अगुवाई में मुस्लिम कट्टरपंथी लगातार हिन्दुओं पर हमले कर रहे हैं। इन हमलों के विरोध में भारत में हिन्दू समाज लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है औऱ बांग्लादेशी हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवाज उठा रहा है। इसी क्रम में अब दिल्ली स्थित जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी ने मुहम्मद यूनुस को पत्र लिखकर हिन्दुओं पर हमले की निंदा की है। साथ ही बुखारी ने बांग्लादेश को भारत द्वारा दी गई सहायता को भी याद दिलाया है।
रिपोर्ट के अनुसार, बुखारी ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार को लिखे पत्र में कहा कि बांग्लादेश जब से बना है तब से शेख मुबुर्रहमान,उनकी बेटी शेख हसीना वाजेद और आवामी लीग के साथ भारत के कीरीबी संबंध रहे हैं। कूटनीति, क्षेत्रीय मामले हों या अंतरराष्ट्रीय मामले हों हर प्रकार से बांग्लादेश भारत का सहयोगी रहा है। इमाम का ये भी कहना था कि ये तो वैसे बांग्लादेश का आंतरिक मसला है, लेकिन सत्ता बदलने के साथ जिस प्रकार से हिन्दू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है, उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जा रही है, वह निंदनीय है।
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बुखारी ने कहा कि इस प्रकार की हरकतों का बचाव नहीं किया जा सकता है, इसे तुरंत रोकने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने मुहम्मद यूनुस को संयुक्त राष्ट्र की अल्पसंख्यकों को समान नागरिक अधिकारों की सुरक्षा के मामले में सार्वभौमिक घोषणा को याद दिलाया। इसके तहत संयुक्त राष्ट्र का प्रत्येक सदस्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए बाध्य है। बांग्लादेश के करीबी सहयोगी और भरोसेमंद पड़ोसी के तौर पर यूनुस से अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को रोकने की अपील करते हैं।
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बांग्लादेश को याद दिलाया भारत का अहसान
इसके साथ ही मुहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश को भारत के अहसानों को याद दिलाया कि किस प्रकार से बांग्लादेश की स्थापना के वक्त वहां के लाखों शरणार्थियों की देखभाल और वहां की विकास प्रक्रिया में भारत ने सहयोग दिया था। किसी भी प्रकार की आपदा हो भारत हमेशा बांग्लादेश के साथ खड़ा रहा। इन अहसानों के इतिहास को सरकार कभी भी भुला नहीं सकती है।
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